आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिखाएंगे पहले विद्युत रेल इंजन को हरी झंडी

खबरें अभी तक। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को तरक्की की राह में ले जाने की हर संभव कोशिश कर रहें हैं इसी के तहत प्रधानमंत्री मोदी बिहार के मधेपुरा में नवनिर्मित इंजन कारखाना मंगलवार को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. साथ ही वह यहां एसेंबल किए गए हाई पावर वाले पहले विद्युत रेल इंजन (इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव) को रिमोट कंट्रोल से झंडी देकर कारखाने से रवाना करेंगे. ऐसे में जाने इससे जुड़ी 10 खास बातें.

– देश के पहले 12,000 हार्स पावर क्षमता के विद्युत चालित रेल इंजन को रिमोट कंट्रोल से किया जाएगा रवाना.

– रेलवे और फ्रांस की कंपनी एल्सताम की साझेदारी में यह देश का पहला संयुक्त रेल इंजन कारखाना है.

– इसके लिए 2015 में समझौता हुआ और रेल क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है.

– परियोजना के तहत ज्वाइंट वेंचर कंपनी इसमें 1,300 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश कर रही है.

– इसमें रेलवे 26 प्रतिशत की भागीदार और 100 करोड़ रुपए की शेयर पूंजी का योगदान कर रही है.

– भारतीय रेल इस कारखाने से 11 साल में 800 इंजन खरीदेगी.

– 2019 तक पहले पांच इंजन एसेंबल किए जाएंगे जबकि बाकी 800 इंजन का विनिर्माण मेक इन इंडिया के तहत किया जाएगा.

– कारखाने में 2021-22 से सालाना 100 इलेक्ट्रिक इंजन का विनिर्माण किया जाएगा.

– मंत्रालय के मुताबिक, 20000 करोड़ रुपए से अधिक अनुमानित लागत वाले इस कारखाने में 35 से अधिक इंजीनियरों का दल दिन-रात इंजन एसेंबल के काम में लगा है.

– लगभग 250 एकड़ क्षेत्र में फैली कारखाने की आधारशिला 2007 में रेल मंत्री लालू प्रसाद ने रखी थी.