सीरिया पर हुए केमिकल हमले के बाद विनाश शुरू हुई जांच, 75 की हुई थी मौत

खबरें अभी तक। काफी दिनें से धरती का नर्क बनने वाले देश सीरिया पर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा सीरिया में हवाई हमले किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों ने दमिश्क के निकट कथित रासायनिक हमले से जुड़ी जांच आरंभ कर दी है. इन जांचों से इतने दिनों में हुए नुकसान का एक सही आंकड़ा मालूम पड़ेगा. रासायनिक हथियार निरोधक संगठन ‘ ओपीसीडब्ल्यू ’ के विशेषज्ञों का एक दल हमले के कुछ घंटे बाद ही दमिश्क पहुंचा था. दूसरी तरफ , रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने ईरानी समकक्ष हसन रुहानी से कहा कि अगर पश्चिमी देशों ने सीरिया पर फिर से हवाई हमले किए तो अंतरराष्ट्रीय संबंधों में ‘अराजकता’ पैदा हो जाएगी. अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया के रासायनिक हथियारों वाले स्थानों पर हवाई हमले होने के एक दिन बाद पुतिन और रूहानी ने फोन पर बात की.

इस पूरी घटना पर  क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के मुताबिक पुतिन ने कहा, ‘‘अगर संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करते हुए इस तरह की कार्रवाई फिर की गई तो इससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अराजकता पैदा हो जाएगी.’’ बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने कहा कि ‘गैरकानूनी कार्रवाई’ से सीरिया में राजनीतिक समाधान की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा है.

सीरिया को लेकर रूस पर नए प्रतिबंध लगाएगा अमेरिका-

सीरिया के कथित रसायनिक हमले को लेकर अमेरिका उसके सहयोगी रूस पर नए प्रतिबंध लगा सकता है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत निक्की हेली ने कहा कि इन प्रतिबंधों के जरिए उन कंपनियों को निशाना बनाए जाएगा जिन्होंने सीरिया के शासन को ये रसायनिक हथियार उपलब्ध कराए थे. हेली ने सीबीएस के कार्यक्रम ‘‘फेस द नेशन” को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “आप जल्द ही रूस पर लगने वाले प्रतिबंधों को देखेंगे. मंत्री (स्टीव) नूचिन सोमवार को इसकी घोषणा करेंगे, अगर उन्होंने अब तक घोषणा नहीं की है तो.”

पता होगा कि 14 अप्रैल को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर सीरिया की राजधानी दमिश्क के कई जगहों पर मिसाइलें दागी थीं. सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में कथित रूप से सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी. इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे. इस चेतावनी के बाद सीरिया के खिलाफ मिसाइल हमला किया गया. इस कार्रवाई के बाद अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि हवाई हमलों ने सीरिया के रासायनिक हथियारों के भंडार को करारी चोट पहुंचाई, लेकिन अभी देखना है कि सीरिया कैसे जवाब देता है.