सीबीएसआई पेपर लीक मामला दिल्ली हाईकोर्ट ने उठाए सवाल

खबरें अभी तक। सीबीएसआई पेपर लीक मामले में सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने 10वीं का मैथ का पेपर दोबारा न कराए जाने पर सवाल उठाए हैं। साथ ही हाईकोर्ट ने 10वीं का मैथ का पेपर दोबारा न कराए जाने को लेकर सीबीएसई से दस्तावेज मांगे हैं।

सीबीएसई की ओर से 10वीं कक्षा के गणित विषय का पेपर लीक होने के बावजूद दोबारा परीक्षा नहीं कराने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में सीबीएसई के पेपर न कराने के फैसले को चुनौती दी गई और मांग की गई कि परीक्षा फिर से कराई जाए।

साथ ही याचिका में 12वीं का इकोनॉमिक्स का पेपर दोबारा कराए जाने के डेट में बदलाव की भी मांग की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि सीबीएसई ने पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद 12वीं का इकोनॉमिक्स का पेपर 25 अप्रैल को दोबारा कराने का फैसला किया है, लेकिन बीच में ही नेशनल डिफेंस एकैडमी (NDA) का भी एंट्रेंस एग्जाम है। बता दें कि NDA का एट्रेंस एग्जाम 22 अप्रैल को है।

हालांकि हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि वह सीबीएसआई द्वारा एग्जाम कराए जाने के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।

इससे पहले, 10 अप्रैल को जस्टिस रेखा पल्ली ने याचिका पर बेहद संक्षिप्त सुनवाई करते हुए मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस की बेंच को रेफर कर दिया था, क्योंकि वह पहले से ही सीबीएसई के मामले में सुनवाई कर ही थीं।

गौरतलब है कि 12वीं के अर्थशास्त्र और 10वीं कक्षा के गणित विषय के पेपर लीक हुए थे। लेकिन सीबीएसई ने केवल अर्थशास्त्र का पेपर दोबारा करने का निर्णय लिया। एनजीओ सोशल ज्यूरिस्ट की ओर दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान एनजीओ के वकील अशोक अग्रवाल ने कोर्ट से सीबीएसई को गणित का पेपर जल्द कराने का आदेश देने की मांग की थी।