एम्स में 5 महीने तक फर्जी डॉक्टर बनकर सबकी आंखों में धूल झोंका

खबरें अभी तक। बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले अदनान खुर्रम 5 महीने से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) में फर्जी डॉक्टर बनकर रह रहा था। मेडिकल छात्रों और अलग-अलग डिपार्टमेंट के डॉक्टरों से दोस्ती बढ़ाई। यही नहीं खुद को रेजीडेंट डॉक्टर बताकर वह नेताओं के साथ फोटो खिंचवाता था और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था।

दिल्ली पुलिस ने अदनान खुर्रम को गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस भी फर्जी डॉक्टर की जानकारी देख हैरान है। अदनान खुर्रम को दवाओं, एम्स के डॉक्टरों और वहां के विभागाध्यक्षों की पूरी जानकारी थी। वह एम्स के डॉक्टरों की डायरी लेकर घूमता था। वह जिस डॉक्टर से मिलता था उसका नाम डायरी में लिख लेता था। मेडिकल की जानकारी होने का फायदा उठा वो एम्स में फर्जी डॉक्टर बना हुआ था। हालांकि उसका मकसद अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है क्योंकि वह पुलिस के आगे अपने बयान बदल रहा है।

आरोपी का कहना है कि उसने एक बीमार परिवार को एम्स में जल्द दाखिला दिलाने के लिए ऐसा किया। दूसरा कारण उसने यह बताया कि उसे मेडिकल का पेशा काफी पसंद है और उसे डॉक्टरों के साथ वक्त बिताना अच्छा लगता था इसलिए उसने ऐसा किया। खुर्रम बीते पांच महीने से एम्स में था लेकिन कुछ डॉक्टरों को उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं। डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इसकी शिकायत चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर से की तो मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने खुर्रम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 419 और 468 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।