ब्रिटेन में भी छिड़ गयी कठुआ रेप के आरोपियों को सजा दिलाने की जंग

खबरें अभी तक। कठुआ गैंगरेप के गुस्से की आग भारत ही नहीं दुनिया के कोने कोने में पहुंचती जा रही है. पाकिस्तान मूल के लॉर्ड अहमद ने ब्रिटेन की संसद के ऊपरी सदन ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ में जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के मामले को उठाया. भारत सरकार के कट्टर आलोचक अहमद ने मानवाधिकारों के उल्लंघनकर्ताओं को न्याय के दायरे में लाने के लिए ब्रिटेन सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की. ब्रिटेन सरकार की ओर से बैरोनेस स्टेडमैन स्कॉट ने कहा कि भारत का मजबूत लोकतांत्रिक ढ़ाचा है जो मानवाधिकारों का आश्वासन देता है.

बैरोनेस स्टेडमैन स्कॉट ने कहा, ‘‘लेकिन हम मानते हैं कि इनके आकार और विस्तार को देखते हुए संविधान में निहित इन मूलभूत अधिकारों को लागू करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.’’ स्कॉट ने कहा, ‘‘ये मामले (बलात्कार और हत्या) भयावह से कम कुछ भी नहीं है और हमारी संवेदनाएं पीड़िता के परिवार के साथ हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि न्याय किया जाएगा.’’

मामले में आठ लोग गिरफ्तार-

जानकारी होगी कि कठुआ की आठ साल की बच्ची का 10 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था. बच्ची को एक मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान उसे भूखा रखा गया और नशीली दवाइयां दी गई और बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. इसके बाद बच्ची की हत्या कर दी गई. बच्ची का शव 17 जनवरी को रसाना गांव के जंगल से मिला था.