साइबर क्राइम फैलाता जा रहा है अपना जाल, रोकना हो रहा है मुश्किल

खबरें अभी तक। पिछले काफी समय से डाटा लीक और इससे जुड़े कई साइबर अटैक हो चुके है जिसने परेशानियां पैदा कर दी है. वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा उल्लंघन के मामले 30 प्रति साल के स्तर पर आ गए हैं। यह संकेत हैं कि साइबर रेसिलेंस (साइबर लचीलापन) में सुधार के लिए नई तकनीकों के इस्तेमाल किए जाने की आवश्यकता है। एसेंचर की ओर से किए गए ताजा अध्ययन के मुताबिक संगठन आधारित साइबर हमलों की संख्या इस साल दोगुनी हो गई है। यह आकड़ा बीते 12 महीनों के मुकाबले ज्यादा है।

साल 2018 की स्टेट ऑफ साइबर रेसिलेंस स्टडी में एसेंचर ने 15 देशों में 1 अरब डॉलर या इससे अधिक के वार्षिक राजस्व वाली कंपनियों के 4,600 एंटरप्राइजेज के सिक्योरिटी प्रेक्टिशनर के बीच सर्वेक्षण किया। इस सर्वे में सामने आया है कि जनवरी 2018 तक 232 साइबर हमले हुए हैं, जनवरी 2017 में यह आंकड़ा 106 का रहा था। इसमें कहा गया है कि विश्व भर के संगठनों ने अपनी सुरक्षा को बढ़ाया है और 87 फीसद संगठन केंद्रित हमलों को रोकने का काम किया है, जबकि साल 2017 के दौरान 70 संगठन केंद्रित हमलों को रोकने में कामयाबी पायी गई थी।