कैशलेस इंडिया के सपने को पूरा करने की आड़ में कई राज्यों के एटीएम ही कैशलेस हो गए

खबरें अभी तक। कैशलेस इंडिया का मोदी सरकार जो सपना था वो अभी तक पूरा तो नही हो पाया बल्कि देश के कई प्रदेशों के एटीएम ही कैशलेस हो गए. पिछले हफ़्ते में देश के कुछ राज्यों में हुई नकदी की समस्या बढ़कर कुछ अन्य राज्यों में भी फैल गई है. एटीएम में पैसे नहीं हैं और जहां हैं वहां लंबी लाइन लगी हुई है.

पिछले कुछ दिनों से गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, मणिपुर और तेलगांना में एटीएम में पैसों की कमी की ख़बरें आ रही हैं. राज्यों में बैंक और एटीएम में नकदी नहीं होने की समस्या अब राजधानी दिल्ली तक भी पहुंच गई है.सरकार ने इसका कारण पिछले तीन महीने में मांग में आई असामान्य उछाल को बताया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दावा किया है कि चलन में पर्याप्त मुद्रा है और नकदी की कमी की अस्थायी समस्या से जल्द ही निपट लिया जाएगा.

इस मामले को लेकर कांग्रेस समेत मुख्य विपक्षी दलों ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. इनका आरोप है कि शहरों में नोटबंदी जैसे हालात बनते नज़र आ रहे हैं.कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कई राज्यों में नकदी की कमी से देश फिर से नोटबंदी के आतंककी गिरफ़्त में है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि नकदी की कमी ने नोटबंदी की याद दिला दी.

तेजस्वी यादव ने  पैसों की इस समस्या को नोटबंदी के साथ जोड़ते हुए कहा कि नोटबंदी का बुरा और व्यापक असर ऐसा हो रहा है बिहार में की बैंको के पास जाओं तो वो भी अपने हाथ खड़े कर चुके है. इतना ही नहीं लोगों को बैंकों में जमा अपने पैसे भी जरूरत के हिसाब से नहीं मिल पा रहे हैं.

ट्वीटर पर ट्रोल हो गए तेजस्वी

‘तेजस्वी जी आपके पिताजी ने जो पैसा ट्रेजरी से निकाले थे, वही पैसा उठाकर ATM में भर दें. जनता की समस्या का हल भी हो जाएगा और आपकी वाहवाही भी हो जाएगी.’ तो वहीं एक यूजर ने लिखा, ‘नोट अभी कर्नाटक चुनाव में चले गए हैं. ब्लैक मनी कैश में ही होते हैं. यहां पर भी इलेक्शन आने दीजिए. पैसे आ जाएंगे.’