‘बहुजन आजाद पार्टी’ के छात्रों ने कहा ,आईआईटी राजनीति का अखाड़ा नहीं

खबरें अभी तक। समाज के पिछड़े वर्गों को अधिकार दिलाने के नाम पर एक नई राजनीतिक पार्टी ‘बहुजन आजाद पार्टी’ के गठन में आईआईटी छात्रों का नाम आने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। धनबाद आईआईटी-आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) के छात्रों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

कई छात्रों ने दो टूक कहा कि आईआईटी कोई राजनीति का अखाड़ा नहीं है। सभी छात्र टेक्नो फ्रेंडली माहौल में रहते हैं। यहां कभी किसी से जाति नहीं पूछी जाती है। कुछ लोग आईआईटी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और इसे बदनाम करना चाहते हैं। उनकी मंशा पूरी नहीं होने देंगे। आईएसएम छात्रों ने कहा कि आईआईटी में ऐसा कुछ नहीं होता है।

नवीन कुमार को राजनीति के लिए बहुत शुभकामनाएं, वे जितनी चाहें राजनीति करें पर आईआईटी पर ऐसे आरोप न लगाएं। वे आरोप लगाते हैं कि उनके साथ भेदभाव हुआ। उनको प्रोजेक्ट नहीं मिले तो उन्हें इसकी शिकायत अनुसूचित जाति, जनजाति या फिर पिछड़ा आयोग में करनी चाहिए थी।

वहीं छात्र प्रिंस हर्ष, हिमांशु मिश्रा ने कहा कि फेसबुक पर हमने बात करने की कोशिश की और उनको डिबेट के लिए बुलाया भी था। कहा कि यदि आप फेसबुक या अन्य माध्यमों से डिबेट करना चाहते हैं तो हम तैयार हैं क्योंकि हम आपके सारे आरोपों का खंडन करते है लेकिन वे जाति विशेष से ही डिबेट करना चाहते हैं जो बड़ा अशोभनीय लगा। डॉ. भीमराव आंबेडकर की बात करने वाला जातिगत बातें करे तो दुख होता है। हम देश के संविधान और आरक्षण व्यवस्था का सम्मान करते हैं।