अंतत: पसीजा चोर का दिल, लौटा दी स्कूटी

खबरें अभी तक। मामला अजीबोगरीब जरूर है, लेकिन सच्चा भी। एक व्यक्ति की स्कूटी करीब 15 दिन पहले ऊना जिले के गगरेट स्थित शिवबाड़ी मंदिर से चोरी हुई। चोर रोजाना फोन कर मालिक से पैसे की मांग कर स्कूटी देने की सौदेबाजी हुई। मामला पुलिस के पास भी पहुंचा लेकिन इतने दिन बीत जाने पर भी गगरेट पुलिस चोर के नंबर ट्रेस नहीं कर पाई।

अंतत: शायद चोर को पुलिस और मालिक पर दया आ गई और उसने स्कूटी कांगड़ा जिले के बनोई में खड़ी कर मालिक को सूचना देकर इसे ले जाने को कहा। हुआ यूं कि करीब 15 दिन पहले गगरेट के शिवबाड़ी मंदिर से होशियारपुर निवासी सतीश की स्कूटी चोरी हो गई। उसने इसकी शिकायत पुलिस को दी, लेकिन स्कूटी और चुराने वाले का कुछ पता नहीं चल पाया। इस दौरान एक दिन स्कूटी मालिक को अनजान नंबर से फोन किया और शर्त रखी कि उसके बताए स्थान पर आकर 30 हजार रुपये दो और स्कूटी ले जाओ। कोई चारा न देख सतीश ने पैसे देने की हामी भर दी। उसने कुछ दोस्तों की टीम बनाकर स्कूटी चोर को दबोचने की योजना बना डाली। चोर ने सतीश व साथियों को खूब छकाया, लेकिन स्कूटी नहीं लौटाई। इसके बाद भी वह अलग-अलग नंबरों से सतीश को फोन करता रहा, लेकिन सामने नहीं आया।
उसने पुलिस को स्कूटी चुराने वाले के मोबाइल फोन नंबर भी दिए लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस तंत्र का नाकामी का आलम यह रहा कि एक भी नंबर को ट्रेस नहीं कर पाई। करीब 10-12 दिन तक उनके बीच यह खेल चलता रहा। आखिरकार शायद चोर को सतीश की लाचारी और बेहाल पुलिस व्यवस्था पर दया आ गई और उसने मंगलवार को स्कूटी दैनिक जागरण प्रेस मुख्यालय बनोई के पास खड़ा कर दिया। फिर मालिक को फोन कर इसे ले जाने को कहा। सतीश व उसके रिश्तेदार ने कांगड़ा में स्कूटी के स्थान का पता किया और उसे ले गए। सतीश के अनुसार चोर हर बार अलग नंबर से फोन करता था और फोन करने के बाद बंद कर देता था।