निदाहास ट्रॉफी में आत्मविश्वास से लबरेज श्रीलंका सीरीज को बनाएगी रोचक: जयवर्धने

महेला जयवर्धने- नए कोच चंदिका हथुरासिंघा की देख-रेख में श्रीलंका की इस युवा टीम के लिए साल की उत्साह से भरी शुरुआत होगी। वर्ष 2017 हमें निश्चित रूप से भुलाना होगा। बांग्लादेश के हालिया दौरे पर कुछ सकारात्मक पहलू देखने को मिले जहां टीम ने अप्रत्याशित तरीके से क्लीन स्वीप किया।

प्रदर्शन में यह चढ़ाव और विश्वास त्रिकोणीय सीरीज को बेहद रोचक बनाएगा। भारत ने अपने कुछ अनुभवी खिलाडि़यों को आराम दिया है लेकिन इसके बावजूद यह सीरीज बहुत चुनौतीपूर्ण होगी। भारत के होनहार युवा खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने के लिए बेताब हैं और बांग्लादेश भी श्रीलंका के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वापसी करने का प्रयास करेगा। घरेलू माहौल के फायदे, कोच हथुरासिंघा की छत्रछाया और भारतीय टीम के पूर्ण रूप से ना होने से मुझे लगता है कि श्रीलंका इस टूर्नामेंट में सबसे फेवरेट होगा लेकिन मैं भारत को बिलकुल कमजोर नहीं मान सकता जिसके पास मौजूदा समय में बेहद गहराई है।

श्रीलंका को चोटिल एंजेलो मैथ्यूज और एसेला गुणारत्ने की कमी खल सकती है। साथ ही भविष्य को ध्यान में रखकर लसिथ मलिंगा को भी चयनकर्ताओं ने तवज्जो नहीं दी है। ये तीनों टी-20 प्रारूप के माहिर खिलाड़ी हैं और इनकी कमी निश्चित रूप से टीम को खलेगी। मलिंगा की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजों पर ज्यादा दबाव होगा। वास्तव में मेरे लिए तेज गेंदबाजी एक अनिश्चित विभाग है।

सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप और चमीरा इस प्रारूप के अनुभवहीन खिलाड़ी हैं। यहां उनकी काबिलियत की असल परीक्षा होगी और मैं देखना चाहता हूं कि भारी दबाव की स्थिति में ये कैसा प्रदर्शन करते हैं जहां तेज गेंदबाजों के लिए बेहद मुश्किल हालात होते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अपने दिग्गज खिलाडि़यों की अनुपस्थिति में भारतीय टीम किस मेल के साथ मैदान पर उतरती है। चयनकर्ता भी उत्साहित होंगे कि उनके द्वारा दिए गए मौके को युवा खिलाड़ी कैसा भुनाते हैं। व्यस्त कार्यक्रम और आइपीएल को ध्यान में रखकर कुछ दिग्गज खिलाडि़यों को आराम देना समझा जा सकता है।

मैं आशा करता हूं कि श्रीलंका ने एक अच्छी बल्लेबाजी विकेट की मांग की होगी लेकिन कोलंबो में पड़ रही गर्मी और यह ध्यान में रखते हुए कि सभी मुकाबले प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जाएंगे, मुझे लगता है कि बल्लेबाजों को भारतीय उप-महाद्वीप की परंपरागत पिच के मुकाबले एक चुनौतीपूर्ण विकेट मिलेगी। गेंद और बल्ले के बीच एक अच्छा संघर्ष देखने को मिलेगा।