…तो ये थी नेपाल विमान दुर्घनटना की वजह, जिसने ली 49 लोगों की जान?

‘मैं कह रहा हूं, मुडि़ए…!’ ये एयर ट्रैफिक कंट्रोल के रेडियो की आवाज थी, जो नेपाल के काठमांडू में क्रैश हुए विमान में गूंज रही थी। इसके कुछ क्षणों बाद ही विमान रनवे पर दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया। विमान में आग लग गई और 49 लोग मारे गए। अब विमान कंपनी और नेपाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल इस हादसे के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर 49 लोगों की दर्दनाक मौत के लिए कौन जिम्‍मेदार है?

विमान में कुल 67 यात्रियों में 37 पुरुष, 27 महिलाएं और दो बच्चे थे। इस विमान हादसे में 49 लोगों की जान चली गई। एयरलाइन यूएस-बांग्ला एक बांग्लादेशी निजी एयरलाइन है। यह विमान ढाका से नेपाल के रूट पर था। बताया जाता है कि विमान रनवे के दक्षिणी छोर से लैंड करने वाला था, लेकिन अचानक वह उत्तरी छोर से लैंड करने लगा। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है कि विमान रनवे पर गलत दिशा से लैंड करने लगे।

 विमान के पायलट और नेपाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच लैंडिंग से कुछ क्षण पहले हुई बातचीत से ऐसा लगता है कि दुर्घटना की वजह गलतफहमी थी। दुर्घनाग्रस्‍त हुए विमान बीएस211 के मामले को देख रहे एक शख्‍स ने नेपाली में बताया कि लैंडिंग के समय लोग बेहद भ्रमित थे। ऐसा लग रहा था कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल और पायलट के बीच कोई गलतफहमी थी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर जारी की गई रिकॉर्डिंग में साफ सुना जा सकता है कि ट्रैफिक कंट्रोल रूम में बैठे शख्‍स और पायलट के बीच इस बात को लेकर बहस हो रही थी कि लैंडिंग रनवे के दक्षिण छोर से करनी है या उत्‍तरी छोर से?