भारत में भी सताने लगा है फेसबुक डाटा चोरी और इसके चुनाव में इस्तेमाल का डर

करीब पांच करोड़ फेसबुक उपयोगकर्ताओं का डाटा चुराकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दुरुपयोग के खुलासे के बाद अमेरिकी राजनीति में उठा भूचाल भारत भी आ धमका है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डाटा चोरी को गंभीरता से लेते हुए फेसबुक को चेतावनी दी है कि यदि गलत तरीके से भारतीय निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की गई तो उसके मुखिया को भारत तलब किया जाएगा। भारत में फेसबुक के 20 करोड़ यूजर्स हैं। गोया सोशल मीडिया पर मौजूद इस बड़े डाटा का चुनाव अभियान में इस्तेमाल भारतीय लोकतंत्र के लिए नया खतरा साबित हो सकता है। आज फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे कई वेब ठिकाने हैं, जिनके पास करोड़ों लोगों की व्यक्तिगत सूचनाए हैं।

हालांकि ये साइट्स गोपनीयता का भरोसा देती हैं, लेकिन फेसबुक का डाटा चुराकर उसका प्रयोग चुनाव प्रचार में करने का जो पर्दाफाश हुआ है, उसने इस भरोसे को तोड़ने का काम किया है। यह खुलासा एक स्टिंग के माध्यम से हुआ है। कैंब्रिज एनालिटिका दुनिया भर के राजनीतिक दलों के लिए चुनाव के दौरान सोशल मीडिया कैंपेन चलाती है। अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए यह फर्म हनीट्रैप, फेक न्यूज जैसे गलत हथकंडे भी अपनाती है। 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव और ब्रिटेन में हुए ब्रेक्जिट के समर्थन में भी इन हथकंडों का इस्तेमाल किया गया था। यदि वाकई फेसबुक ने किसी दूसरे देश की चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर जनमत को प्रभावित करने की शक्ति हासिल कर ली है तो यह देश के राजनीतिक दलों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।