अंग प्रत्यारोपण की बढ़ रही मांग, आइजीआइएमएस बनेगा मॉडल सेंटर, हार्ट प्रत्यारोपण भी

देशभर में अंग प्रत्यारोपण की मांग बढ़ती जा रही है। उसके लिए देश के चिकित्सा संस्थानों को विशेष तैयारी करने की जरूरत है। अंग प्रत्यारोपण की दिशा में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) तेजी से कदम बढ़ा रहा है। अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में यह देश का मॉडल सेंटर बनेगा। संस्थान में अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में आने वाली सभी समस्याएं शीघ्र दूर की जाएंगी। ये बातें शनिवार को आइजीआइएमएस में आयोजित एक कार्यशाला में नेशनल आर्गन ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (नोटो) के निदेशक डॉ. विमल भंडारी ने कहीं।

कार्यशाला में आए अतिथियों का स्वागत करते संस्थान के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने कहा कि संस्थान में जल्द ही हार्ट प्रत्यारोपण प्रारंभ होने जा रहा है। इसके लिए संस्थान में तैयारी काफी जोर-शोर से चल रही है। उन्होंने कहा कि आइजीआइएमएस में हार्ट प्रत्यारोपण की सुविधा बहाल होने से प्रदेश के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। वर्तमान में हार्ट प्रत्यारोपण के लिए मरीजों को राज्य से बाहर जाना पड़ता है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौके पर आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि अगले माह से आइजीआइएमएस में लिवर प्रत्यारोपण प्रारंभ हो जाएगा। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी कर ली गई है। मौके पर संस्थान के हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ.वीपी सिंह ने कहा कि सूबे में हार्ट के मरीजों के इलाज के लिए नई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसका बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर संस्थान के डीन डॉ. एसके शाही, हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. निशांत त्रिपाठी, डॉ. रवि विष्णु एवं डॉ. नीरव कुमार सहित कई चिकित्सकों ने भाग लिया।