FY18 के पहले 10 महीनों में सेबी के पास रजिस्टर्ड हुए 1200 नए FPI

चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों में 1200 से अधिक नए विदेशी निवेशक सेबी के पास पंजीकृत हुए हैं। इसका मुख्य कारण उनका भारतीय पूंजी बाजार में बढ़ता रुझान है। यह जानकारी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से मिले हाल ही के आंकड़े से मिली है।

बीते वित्त वर्ष में 3500 नए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) बाजार नियामक सेबी के पास पंजीक़त हुए थे। सेबी के डेटा के मुताबिक जनवरी 2018 के अंत तक नियामक की ओर से मंजूरी मिलने वाले एफपीआई की संख्या बढ़कर 9083 हो गई है। यह आंकड़ा मार्च 2017 के अंत में 7807 था। मसलन, इस दौरान 1276 नए निवेशक जुड़े हैं।

क्वांटम एडवाइजर्स के हेड ऑफ फिक्स्ड इनकम एंड ऑलटरनेटिव्स अरविंद चारी ने कहा, “एफपीआई पंजीकृत की संख्या में तेजी का मुख्य कारण इनका इंडियन इक्विटी, बॉण्ड्स और रियल एस्टेट में बढ़ता रुझान हो सकता है।”

इसके साथ ही बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार नियामक सेबी की ओर से उठाए गये कदमों के चलते भारत का आकर्षण बढ़ा है। दिसंबर महीने में सेबी ने ऐसे एफपीआई के प्रवेश नियमों को सरल करने फैसला किया था जो भारतीय बाजार में निवेश करने की रुचि रखते हैं। इस तरह के निवेशकों को डायरेक्ट रजिस्ट्रेशन की सुविधा देने और पार्टिसिपेटरी नोट (पी-नोट) के माध्यम का इस्तेमाल रोकने की दिशा में किये गये प्रयासों का हिस्सा है।