बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों को दूसरी जगह बसाने की जरूरत: यूएन

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा है कि बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को बारिश से पहले किसी सुरक्षित जगह पर बसाया जाना चाहिए। मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने गुरुवार को यहां कहा, ‘कॉक्स बाजार में बाढ़ की आशंका को देखते हुए मानसून हमारी सबसे बड़ी चिंता है। हमारा मानना है कि करीब डेढ़ लाख लोग इस बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रह रहे हैं। मानसून में इनके लिए खतरा पैदा हो जाएगा। मुझे लगता है कि उन्हें इस जगह से किसी ऊंचे और सुरक्षित स्थान पर भेज देना चाहिए।’

गुतेरस ने बताया कि पिछले दिनों उन्हें बांग्लादेश सरकार से इस विषय में बात करने का अवसर मिला था। तब रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर अपनी बात उन्होंने बांग्लादेश सरकार के सामने रखी थी। एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि म्यांमार के लिए उन्होंने अब तक विशेष सलाहकार क्यों नहीं नियुक्त किया? इस पर गुतेरस ने कहा, ‘हमने कई बार म्यांमार सरकार से इस बारे में बात की है। सभी पक्षों को राजी करना आसान नहीं है। लेकिन मुझे यकीन है इसका हल जल्द ही निकल आएगा।’

गौरतलब है कि अगस्त, 2017 में म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंसा भड़कने के बाद करीब सात लाख रोहिंग्या मुस्लिमों ने भागकर बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शरण ली थी। अब इन रोहिंग्‍या मुस्लिमों के पास रहने के लिए घर नहीं है। बांग्‍लादेश इन लोगों को जल्‍द से जल्‍द कहीं दूसरे स्‍थान पर भेजना चाहता है। लेकिन म्‍यांमार में अभी हालात ऐसे नहीं लग रहे कि रोहिंग्‍या मुस्लिमों की वापसी निकट भविष्‍य में हो पाएगी।