परीक्षा शुरू होने के 18 घंटे पहले वाट्सएप पर आ गया था गणित का प्रश्न-पत्र

सीबीएसइ प्रश्न पत्र लीक प्रकरण में झारखंड में चतरा के एसपी अखिलेश बी वारियार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नया पर्दाफाश करते हुए कहा कि 10वीं की परीक्षा शुरू होने के 18 घंटे पहले ही वाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए गणित का प्रश्न-पत्र चतरा पहुंच गया था। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्र से ही वाट्सएप के जरिए साइंस और सोशल साइंस के पर्चे भी लीक कर दिए गए थे।

इस प्रकरण को लेकर उन्होंने प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया है, जिसकी दो टीमें पटना और गया में छापेमारी कर रही हैं। पटना से सूत्रधार सहित दो छात्रों को गिरफ्तार कर चतरा लाया गया है। तीन कोचिंग संचालकों को भी गिरफ्तार किया गया है। कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें नौ छात्रों को हजारीबाग रिमांड होम भेज दिया गया तो तीन कोचिंग संचालकों को जेल भेज दिया गया। इनमें स्टडी विजन नामक कोचिंग सेंटर के संचालक पंकज सिंह और सतीश पांडेय शामिल हैं। सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

पटना से चतरा पहुंचा प्रश्न-पत्र

एसपी ने बताया कि पटना के रामकृष्ण नगर से जिन दो छात्रों को पकड़ा गया, उनमें एक 9वीं तो दूसरा 12वीं का छात्र है। 12वीं का छात्र मूल रूप से बिहार के गया का रहने वाला है। उसी के पास प्रश्न-पत्र आए थे। उसने चतरा में अपने छोटे भाई (परीक्षार्थी) को प्रश्न-पत्र भेजा था। भाई ने कोचिंग संचालक को (जहां वह खुद पढ़ता था) उपलब्ध करा दिया। इसके बाद लीक का यह सिलसिला बढ़ता चला गया।

ऐसे खुला राज

जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवेश नारायण की पहल से पुलिस को मदद मिली। ज्यों ही उन्हें संदेह हुआ कि मामला पेपर लीक से जुड़ा है, उन्होंने बिना विलंब किए इसकी पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियार को दी और सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए एसपी ने प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी सौरभ को बुलाया और जांच की कमान सौंपी।

दिल्ली में सीबीएसइ दफ्तर के बाहर छात्रों का प्रदर्शन

इस बीच दिल्ली में शनिवार को सीबीएसइ दफ्तर के बाहर छात्रों ने प्रश्न-पत्र लीक होने तथा दोबारा परीक्षा कराए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण वहां घंटों जाम की स्थिति बनी रही। छात्रों का कहना है कि बोर्ड से उनका विश्वास टूट चुका है। बाद में पुलिस ने छात्रों को वहां से जबर्दस्ती हटाया। छात्रों ने कहा कि वे चाहते हैं बोर्ड आश्वस्त करे कि आगे प्रश्न-पत्र लीक नहीं होगा, क्योंकि हिंदी और राजनीति शास्त्र के पर्चे भी लीक होने की बातें सामने आ रही हैं। दिल्ली पुलिस ने प्रश्न-पत्र लीक मामले में छात्रों, ट्यूटरों समेत अब तक कुल 60 लोगों से पूछताछ की है।

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इस्तीफे की मांग

दूसरी ओर करीब 60 हजार निजी स्कूलों की एक प्रतिनिधि संस्था नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस (निसा) ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि वह साफ-सुथरी परीक्षा कराने में विफल रही है।

गूगल ने दिल्ली पुलिस को भेजा जवाब

इधर, गूगल ने दिल्ली पुलिस के उस पत्र का जवाब भेज दिया है, जिसमें प्रश्न-पत्र लीक होने की सूचना देने वाले ई-मेल के पते की जानकारी मांगी गई थी। हालांकि पुलिस ने गूगल से मिले जवाब का ब्योरा देने से इनकार कर दिया। मालूम हो कि ई-मेल के जरिए ही बोर्ड चेयरपर्सन को प्रश्न-पत्र लीक होने की सूचना दी गई थी।

सोशल मीडिया में प्रसारित 12वीं हिंदी का पर्चा फर्जी

सीबीएसइ ने एक विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि वाट्सएप, यू-ट्यूब आदि पर प्रसारित बारहवीं की हिंदी परीक्षा का पर्चा फर्जी है। उसने कहा है कि हो सकता है कि यह पर्चा फर्जी या पिछले साल का है।