कांग्रेस ने येदियुरप्पा पर बतौर मुख्यमंत्री रहते भष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए

खबरें अभी तक। कर्नाटक चुनाव बेहद नजदीक आ चुका है कांग्रेस और भाजपा चुनावी रैलियों को अपना जी जान लगा कर सफल बनाने में लगी है इसी के साथ पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी हो गया है. कांग्रेस ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा पर आरोप लगाया कि उन्होंने आयकर विभाग को एक निश्चित राशि का खुलासा नहीं करने की वजह से जुर्माना दिया. पार्टी का दावा है कि येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री रहते हुए एक कंपनी से 2008-11 के दौरान रिश्वत ली थी. हालांकि भाजपा ने इस आरोप को खारिज कर दिया.

दरअसल कांग्रेस नेता वीएस उगरप्पा ने दावा किया कि अपर भद्र लिफ्ट इरिगेशन परियोजना की शुरुआत तब की गई थी जब येदियुरप्पा मुख्यमंत्री और राज्य सिंचाई आयोग के अध्यक्ष थे. वह साल मई 2008 से मई 2011 के बीच मुख्यमंत्री थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक नीरावरी निगम के अध्यक्ष रहते हुए येदियुरप्पा ने मुरूदेश्वर पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को ठेका दिलवाया. इसके बाद 2009-10, 2010-11 और 2011-12 में युदियुरप्पा ने रिश्वत लिए. उगरप्पा ने आरोप लगाया कि इस धन का खुलासा आयकर रिटर्न भरने के दौरान नहीं किया गया.

इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने मांग की है कि केंद्र सरकार और इस मामले से संबंधित अधिकारी इस मामले में कार्रवाई शुरू करें. इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि उन्होंने आयकर विभाग को इस मामले में स्पष्टीकरण दिया है. बीजेपी ने कहा कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस को अपनी हार साफ दिखाई दे रही है. इस हार से घबराकर कांग्रेस बिना आधार के लिए आरोप लगा रही है. बता दें कि कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होंगे और 15 मई को रिजल्ट घोषित किया जाएगा.