जीत के इतने करीब आकर भी बबीता को करना पड़ा हार से समझौता

खबरें अभी तक।कॉमनवेल्थ खेल के अपने फाइनल मुकाबले में बबीता को संघर्ष के बाद हार का सामना करना पड़ा. बबीता फाइनल मुकाबले में डायना की तकनीक के आगे कमजोर नजर आई. डायना ने पहले ही भारतीय पहलवान पर दबाव बनाते हुए एक अंक हासिल किया. इसके बाद बबीता ने डायना पर अपनी पकड़ बनाते हुए दो अंक बटोरे, लेकिन यहां जजों ने डायना को भी दो अंक दे दिए और उन्होंने फिर 3-2 से बढ़त बना ली है. बबीता ने मौका हासिल करते हुए डायना के पैर पकड़ कर उन्हें पलटने की कोशिश की, लेकिन यहां डायना ने दांव खेलते हुए बबीता को ही पलटकर दो और अंक हासिल किए और अंत में 5-2 से स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया और बबीता को रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

बबीता फाइनल मुकाबले में डायना की तकनीक के आगे कमजोर नजर आईं. डायना ने पहले ही भारतीय पहलवान पर दबाव बनाते हुए एक अंक हासिल किया. इसके बाद बबीता ने डायना पर अपनी पकड़ बनाते हुए दो अंक बटोरे, लेकिन यहां जजों ने डायना को भी दो अंक दिए और उन्होंने फिर 3-2 से बढ़त बना ली है. बबीता ने मौका हासिल करते हुए डायना के पैर पकड़ उन्हें पलटने की कोशिश की, लेकिन यहां डायना ने दांव खेलते हुए बबीता को ही पलटकर दो और अंक हासिल किए और अंत में 5-2 से स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया और बबीता को रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

बबीता का प्रदर्शन

कॉमनवेल्थ खेलों में बबीता ने कमाल का प्रदर्शन किया और एक के बाद एक मुकाबले में विरोधी पहलवानों को चित करती चली गई. अपने पहले मुकाबले में नाइजीरिया की बोस सैमुअल को 2-1 से हराया. दूसरे मुकाबले में बबीता ने श्रीलंका की पहलवान दीपिका दिलहानी को 4-0 से चित कर दिया. तीसरे मुकाबले में बबीता ने ऑस्ट्रेलिया की कैरिसा हॉलैंड को 4-0 से मात दी. लेकिन फाइनल मुकाबले में उन्हें संघर्ष के बाद हार झेलनी पड़ी. देश की बेहतरीन पहलवान हैं बबीता.

बबीता ने 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में फ्री स्टाइल 51 किलोग्राम में सिल्वर मेडल जीता था. इसके बाद 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. बबीता एशियन चैंपियनशिप (51किलोग्राम) और वर्ल्ड चैंपियनशिप (55 किलोग्राम) में देश को ब्रॉन्ज मेडल दिला चुकी हैं. पिता महावीर फोगाट और स्टार पहलवान सुशील कुमार बबीता के आदर्श हैं और वो उनसे प्रेरणा लेतीं हैं. गोल्ड कोस्ट में भी सुशील मौजूदगी उन्हें नई ऊर्जा दी होगी.फोगाट बहनों पर देश को नाज है.

फोगाट बहनों ने भारतीय महिला कुश्ती को नई पहचान दी है. महावीर फोगाट ने बड़ी चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी बेटियों को पहलवान बनाया है. बॉलीवुड एक्टर आमिर खान की ‘दंगल’ से लोगों को पता चला कि महावीर सिंह फोगाट ने अपनी बेटियों को पहलवान बनाने के लिए कितना संघर्ष किया था.