जम्मू के सरोर में दो बछड़ों के शव मिलने से तनाव बढ़ा,जम्मू-कठुआ में इंटरनेट सेवा ठप

 

खबरें अभी तक। सरोर इलाके में मंगलवार सुबह दो बछड़ों के शव मिलने के बाद तनाव फैल गया। जम्मू जिले की बिश्नाह तहसील में आते सरोर गांव में एक हॉल के पीछे खाली प्लॉट में दो बछड़ों के शव पाए गए जिसके बाद लोग भडक़ गए इन शवों के साथ साम्बा जिले के सरोर अड्डा में राजमार्ग पर आगए व जम्मू-पठानकोट राजमार्ग अवरूद्ध कर दिया। करीब दो घंटों तक प्रदर्शनकारी राजमार्ग पर डटे रहे और सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। दोषियों को फौरन गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर लोग करीब राजमार्ग पर नारेबाजी करते रहे। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर-साम्बा राजिन्द्र सिंह तारा, ए.डी.सी.-जम्मू अरूण मन्हास, एस.एस.पी.-जम्मू विवेक गुप्ता, एस.एस.पी.-साम्बा अनिल मगोत्रा, एस.पी. रमेश कोतवाल सहित कई आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को जांच का आश्वासन दिया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने।

जानकारी के अनुसार आज कुछ स्थानीय लोगों ने करीब 100 मीटर की दूरी पर पड़े दो बछड़ों के शव देखे जिनमें से एक के शरीर पर गोली दागे जैसे घाव थे जबकि दूसरे के कान व गला रेता गया था। इसकी खबर फैलते ही लोगों ने सरोर में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में राजमार्ग पर आ पहुंचे। अधिकारियों के बार-बार आश्वासन के भी यह नहीं माने करीब दो घंटे तक अड़े रहने के बाद भाजपा विधायक गंगा भी लोगों के बीच पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि दोषियों को हर हाल में पकड़ा जाएगा। लेकिन उनका भाषण खत्म होने के बाद जैसे ही दोनों बछड़ों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाने लगा तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। जबाव में पुलिस ने भी उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पहले तो लाठीचार्ज किया व बाद में आंसुगैस के गोले भी छोड़े। करीब आधे घंटे तक पथराव के बाद स्थिति सामान्य हुई व राजमार्ग को सुचारू किया जा सका। पथराव में एस.एच.ओ. सहित कई पुलिस कर्मियों को मामूली चोटें भी आई जबकि पुलिस की जिप्सी सहित कई निजी वाहन भी क्षतिग्रस्त होगए।

साम्बा के साथ-साथ जम्मू व कठुआ जिलों में इंटरनेट ठप्प

जिले के सरोर इलाके में दुधारू पशुओं के शव मिलने के बाद भडक़े रोष को देखते हुए प्रशासन द्वारा साम्बा के साथ लगतें जम्मू व कठुआ जिलों में एतिहात के तौर पर इंटरनेट सेवा ठप्प कर दी। प्रदर्शनकारियों द्वारा राजमार्ग पर धरना देने के बाद हालात बिगडऩे की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सभी मोबाईल कम्पनियों की इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी ताकि शरारती तत्व भडक़ाऊ मैसेज, फोटो अथवा वीडियो न शेयर कर पाएं।