वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला का दावा 80% एटीएम में पर्याप्त पैसा

खबरें अभी तक। देश के कई राज्यों से एटीएम में पैसे ना होने की खबरें हैं। नकदी संकट को लेकर खुद वित्त मंत्री से लेकर आरबीआई तक बयान दे चुके हैं। कैश की किल्लत पर अब सवाल भी उठने लगे हैं। लेकिन, वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला का दावा है कि नकदी का कोई संकट नहीं है, देश के 80 फीसदी से ज्यादा एटीएम पैसों से भरे हैं। कैश की किल्लत को लेकर लगातार अलग-अलग बयान आ रहे हैं। आरबीआई संकट से निपटने के लिए कैश फ्लो बढ़ाने का दावा कर रही है। एसबीआई के मुताबिक, कल तक स्थिति सामान्य हो जाएंगी और सरकार का भी दावा है कि स्थिति सामान्य हो रही हैं। लेकिन, वित्त राज्यमंत्री का कहना है कि एटीएम में पर्याप्त पैसा है।

वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला के मुताबिक, देश के 80 फीसदी से ज्यादा एटीएम में पैसा भरा पड़ा है। कुछ लोगों के अंदर जनता को भ्रमित करने की आदत होती है। वह इस तरह अपनी छवी बनाना चाहते हैं। शुक्ला ने कहा “मैं भ्रम फैलाने वालों से आग्रह करता हूं कि वो ऐसा न करें।

आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार ने स्थिति संभालने के लिए 500 रुपए के नए नोट छापने का निर्देश दिया है. इस बार पांच गुना नोट छापे जाएंगे ताकि जो दिक्कतें सामने आ रही हैं वो जल्दी टल सकें. वहीं, सरकार राज्यों में मांग की भी समीक्षा कर रही है। हालांकि, आरबीआई अब भी किसी भी तरह के नकदी संकट से इनकार कर रहा है।

नकदी संकट यूपी, बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद अब एनसीआर पहुंच गया है। नोएडा, दिल्ली में कई जगह एटीएम कैश से खाली थे। हालांकि सरकार ने दावा किया कि देश में मौजूद 2.2 लाख एटीएम में से 80 फीसदी काम कर रहे हैं। वहीं एक दिन पहले 60 फीसदी एटीएम में ही नकदी मौजूद थी। उधर, बैंकों ने कहा कि वे हर एटीएम में कैश डाल रही हैं।

देशभर में हो रही कैश की किल्लत पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार का कहना है कि एटीएम में नकदी की समस्या का कल तक समाधान हो जाएगा। जिन राज्यों में कमी है वहां नकदी भेजी जा रही है। उन्होंने कहा की यह एक अस्थायी स्थिति है। हमारे पास कैश पर्याप्त मात्रा में है। आपको बता दें, कल ही रजनीश कुमार का बयान आया था कि स्थिति सामान्य होने में एक हफ्ते का वक्त लग सकता है।

रजनीश कुमार का दावा है कि कल से चीजें सामान्य हो जाएंगी और पटरी पर लौट आएंगी। एक ऐसा विभाग है जो इस तरह की परिस्थितियों पर नजर रखता है। यह नया नहीं है भारतीय रिज़र्व बैंक को प्रणाली में 500 नोट्स के प्रवाह को बढ़ाने के लिए इंडेंट दिया गया है।