खबरें अभी तक। तेल कंपनियां घटतौली रोकने के लिए सिलेंडरों में प्लास्टिक की सील लगाकर भेजती हैं। लेकिन घरों तक पहुंचते-पहुंचते सिलेंडरों से प्लास्टिक सील गायब हो जाती है। शहर में रसोई गैस सिलेंडरों में घटतौली थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में कंपनियों की ओर से घटतौली रोकने के तमाम प्रयास विफल हो रहे हैं। इसमें गैस एजेंसियों की भूमिका भी संदिग्ध है। हालांकि गैस एजेंसी संचालक घटतौली के लिए सर्विसमैन को दोषी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
शहर में आएदिन रसोई गैस सिलेंडर में घटतौली की शिकायतें मिलती रहती हैं। सिलेंडरों में आधे से लेकर दो किलो तक गैस कम दी जाती है। मामूली भार अंतर के कारण अधिकतर उपभोक्ताओं को घटतौली का पता नहीं चल पाता। जिला पूर्ति विभाग में भी हर दूसरे दिन घटतौली की शिकायत पहुंचती रहती है। विभाग ने इसके खिलाफ कई बार कार्रवाई भी की, लेकिन विभाग का घटतौली माफिया पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।