खबरें अभी तक डेस्क। हिमांचल प्रदेश और गुजरात में मौजूदा समय में चुनावों का माहौल बेहद गर्म है. ऐसे में ओखी तूफान ने बेहद तबाही मचाने का पूरा मन बना ही लिया था लेकिन चुनाव के आगे तूफान का असर फीका रह गया. फान ओखी के खासा कमजोर पड़ कर इसके एक सामान्य निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाने से गुजरात तट से इसके टकरा कर तबाही मचाने का खतरा पूरी तरह टल गया है.
बताते चले कि ओखी तूफान एक खतरनाक तूफान बन कर गुजरात के तट पर टकराने वाला था जिसे लेकर प्रदेश सरकार ने प्रशासन से ऐतिहातन बरतने के लिए कहे थे. जिसको लेकर सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआएफ, बीएसएफ समेत सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया था.
जिले के कुछ हिस्सों में तूफान के साथ आयी बारिश ने रबी फसल तथा मार्केटिंग यार्ड में रखी मूंगफली और अन्य कृषि उत्पादों को खासा नुकसान पहुंचा है. इसके डर से 13000 से अधिक नौकाओं को वापस तट पर बुला लिया गया था.मौसम विभाग का अंदाजा था कि तूफान चलते 60 से 70 किमी की गति से हवाएं चलेंगी. पर ऐसा कुछ नहीं हुआ.