नवोदय विद्यालय में धरने पर बैठे दर्जनों छात्र 

ख़बरें अभी तक। उत्तराखंड- रूड़की के लंढौरा स्थित राजीव गांधी नवोदय आवास विद्यालय में आज दर्जनों छात्र छात्राओं की अचानक ही तबीयत बिगड़ गई. जिससे विद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद विद्यालय प्रशासन ने बीमार बच्चों को अस्पताल में उनका इलाज कराने की बजाए उन्हें उनके घर भेज दिया इस बात से विद्यालय के छात्र छात्राएं नाराज हो गए और तपती धूप में ही विद्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए.

छात्र छात्राओं ने आरोप लगाया है की विद्यालय में उनको जो खाना मिलता है उसकी क्वालटी बहुत घटिया है. इस खाने को खाकर अक्सर बच्चों की तबियत बिगड़ जाती है. इसीलिए उनकी मांग है की जो कंपनी विद्यालय में खाना उपलब्ध कराती है उसको हटाकर दूसरी कंपनी को कार्य दिया जाए.

छात्र-छात्राएं खराब खाने की शिकायत कई बार प्रधानाचार्य से कर चुके है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर आज वो खाने का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए और जिलाधिकारी को विद्यालय की कैंटीन में बुलाने की मांग पर अड़ गए जिसके बाद तहसीलदार मौके पर पहुंची और धूप में धरने पर बैठे छात्र छात्राओं को समझाते हुए धरना खत्म करने और खाना खाने की बात करने लगी जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने धूप से धरना तो ख़त्म कर दिया लेकिन खाना खाने की बात नहीं मानी.

यह पहला मामला नहीं है जब विद्यालय के छात्र छात्राओं ने खाने का विरोध किया हो इससे पहले भी कई बार छात्र छात्राएं विद्यालय के खाने का विरोध करते रहे है. कुछ समय पहले भी काफी संख्या में छात्र छात्राओं की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद उनको उपचार के लिए सिविल अस्पताल रूड़की में भर्ती कराया गया था तब भी छात्रों ने खाने का जबरदस्त विरोध किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.

हैरानी की बात यह है की लम्बे समय से छात्र छात्राओं के द्वारा खाने का विरोध करने के बाद भी जब विद्यालय प्रशासन नहीं जागा. तब छात्र-छात्राओं को मजबूरन भूखे पेट तपती धूप में धरने पर बैठकर जिलाधिकारी को बुलाने की मांग तक करनी पड़ी.