लोंगो ने ऐतिहासिक इमारते और सांस्कृतिक धरोहरों पर भी किये अवैध कब्जे

खबरें अभी तक।  लोगों ने एेतिहासिक इमारतों और सांस्कृतिक धरोहरों पर अवैध कब्जे कर लिये हुए है, हुमायूंपुर में ही नहीं दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में भी लोगों ने स्मारकों पर अवैध रुप कब्जे हो चुके हैं।  जिन एजेंसियों को ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की जिम्मेदारी दी है वह भी भ्रष्टाचार में शामिल है और संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के चलते ऐतिहासिक स्मारकों पर अवैध कब्जे बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे जमीन की बढ़ी कीमतें बढ़ी है, लोगों में बेईमानी आ गई है। लोगों ने स्मारकों के चारों ओर दीवारें तक बना ली हैं और उसके ऊपरी भाग को देख कर ही पता चलता है कि दीवारों के अंदर स्मारक कैद हैं। इन स्मारकों की फोटो खींचना तो दूर सामने खड़े होकर बात भी नहीं कर सकते हैं।। ऐतिहासिक बस्ती निजामुद्दीन में तो तिलंगानी के मकबरे सहित आधा दर्जन से अधिक स्मारकों पर अवैध कब्जा कर परिवार रह रहे हैं। अवैध रुप से रह लोग पर्यटकों के साथ भी बुरा व्यवहार करते है।

सरकार जिस शहर में पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने की बात की जा रही है इसी शहर में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण निजामुद्दीन बस्ती में आए दिन पर्यटकों के साथ अभद्र व्यवहार होता है। ऐसे में बस्ती के अंदर दीवारों में कैद स्मारकों को देखने की पर्यटक हिम्मत तक नहीं जुटा पाते। यदि गलती से कोई पर्यटक यहां पहुंच गया और स्मारकों की फोटो खींचने लगा तो स्मारकों में कब्जा कर रह रहे लोग  लड़ने लग जाते हैं।