‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ के नाम पर किया जा रहा भ्रामक प्रचार

ख़बरें अभी तक। कुल्लू- ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ के नाम पर किया जा रहा भ्रामक प्रचार। इस योजना के अंतर्गत नहीं दी जाती है कोई भी प्रोत्साहन राशि। विभाग की तरफ से नहीं चलायी जा रही कोई भी स्कीम। किसी भी तरह के बहकावे में न आए आम जनता। इस योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों को अपनी निजी जानकारी, आधार नंबर, बैंक खाता, फोन नंबर और ईमेल आईडी इत्यादि बिलकुल न दें तथा उनके झांसे में न आएं।

बता दें कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ योजना के नाम पर भ्रामक प्रचार के मामलों का कड़ा नोटिस लिया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र सिंह आर्य ने बताया कि कुछ लोग सोशल मीडिया, अनाधिकृत वेबसाइटों और संगठनों के माध्यम से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं’ योजना के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं तथा नकद प्रोत्साहन राशि के नाम पर फार्म बांट रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत किसी को भी नकद राशि देने का कोई भी प्रावधान नहीं है। इसके बावजूद कुछ लोग ऑनलाइन पोर्टल या किसी संगठन के माध्यम से नकद राशि देने के झांसे दे रहे हैं।

वीरेंद्र सिंह आर्य ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक ने इस तरह की धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि विभाग हिमाचल प्रदेश के ऊना, कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला, सोलन, बिलासपुर और मंडी जिले में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना चला रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग अनुपात में सुधार लाना, बालिकाओं को सुरक्षा व समान अवसर प्रदान करना तथा उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों को अपनी निजी जानकारी, आधार नंबर, बैंक खाता, फोन नंबर और ईमेल आईडी इत्यादि बिलकुल न दें तथा उनके झांसे में न आएं। ऐसे लोगों की सूचना तुरंत आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक, बाल विकास परियोजना अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, एसपी या डीसी को दें।