नेपाल में भारत के 500-1000 वाले पुराने नोटों का क्या होगा

ख़बरें अभी तक। आज भी नेपाल के केंद्रीय बैंक में करीब आठ करोड़ रुपए के पुराने भारतीय नोट हैं. भारत में नोटबंदी के दिन तो आपको याद होंगे, एटीएम के सामने लंबी कतारें, सरकार को कोसते छोटे व्यापारी और रद्दी हो चुके 500 और 1000 के नोट को बदलने के लिए बैंकों के सामने भीड़। लेकिन नोटबंदी के कारण भारत के पड़ोसी नेपाल में भी लोग बेहद तकलीफ़ में रहे।

भारत में तो लोगों को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बदलने का मौका मिला लेकिन नेपाल में भारतीय मुद्रा रखे लोगों को आज तक इस मौके का इंतज़ार है। नोटबंदी से पहले नेपाल में 500 और 1000 के भारतीय नोट की अच्छी खासी संख्या थी। नोटबंदी से पहले लोग 25000 रुपये तक नेपाल ला सकते थे। इसके अलावा नेपाल के कुल व्यापार का 70 प्रतिशत भारत से है इसलिए लोग अपने पास भारतीय नोट रखते थे। नोटबंदी की घोषणा से 500 और 1000 रुपये के भारतीय नोट रखने वाले नेपाली लोगों को झटका लगा था। नेपाल के केंद्रीय बैंक ‘नेपाल राष्ट्र बैंक’ के एक अधिकारी के मुताबिक नोटबंदी के बाद लोगों का “भारतीय मुद्रा पर से विश्वास” कम हुआ है.

500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बदलने के लिए भारत की तरफ से दो शर्त रखी जाएंगी। पहली शर्त यह है कि नेपाल को इस बात की गारंटी देनी होगी कि जो भी व्यक्ति नोट बदले उसकी पहचान बतानी होगी। दूसरा, एक निश्चित सीमा के बाद नोट बदलने के लिए उक्त व्यक्ति को अपनी आय के स्त्रोत का खुलासा करना होगा। अगर नेपाल सरकार इन दोनों बातों के लिए तैयार हो जाती है और इसकी व्यवस्था कर देती है तो भारत की तरफ से वहां प्रतिबंधित नोटों के बदले नए नोट जारी करने की व्यवस्था की जा सकती है।

भारत की एक यह चिंता भी है कि नेपाल में भारी संख्या में भारतीयों ने अपनी काली कमाई छिपा रखी है और अगर बिना पुख्ता तैयारी के नेपाल में पुराने नोटों के बदले नए नोट जारी किये गये तो काले कारोबारी भी अपने नोट बदल सकते हैं। पिछले महीने नेपाल में 49 लाख रुपये से ज्यादा के आरबीआई की तरफ से प्रतिबंधित 500 व 1000 रुपये के नोट पकड़े गये हैं।