सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी नहीं रूक रहे है तीन तलाक के मामले

खबरें अभी तक। सुप्रीम कोर्ट के सत आदेशों एवं इसे दंडनीय अपराध मानने के बाद भी तीन तलाक के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं । बीते दिवस बराड़ा थाना क्षेत्र के गांव जलूबी की एक महिला को बूडिय़ा जगाधरी स्थित उसके पति ने मारपीट करके और तीन तलाक कहकर घर से निकाल दिया । पीढि़त महिला किसी प्रकार से अपने मायके जलूबी पंहुची ।

हालांकि मारपीट का मामला बूडिय़ा थाने का बनता था मगर पहले महिला का परिवार बराड़ा थाने पंहुचा । ऐसे में बराड़ा थाना प्रभारी ने इसे बूडिय़ा का मामला बताते हुये इसे वहां शिकायत दर्ज कराने के लिये कहा । पता चला है कि बाद दोपहर तक पीडि़त पक्ष ने अपनी शिकायत बूडिय़ा थाने में दर्ज करवा दी थी । वैसे शिकायत की एक कापी पुलिस थाना बराड़ा में भी ले ली गई है । पीडि़त पक्ष ने इस मामले को सी.एम.विंडो पर डालकर न्याय की मांग की है ।

जानकारी के अनुसार गांव जलूबी निवासी सलमा का विवाह करीब 25 साल पहले बूडिय़ा जगाधरी थाना क्षेत्र के भागपुर वासी शमशेर पुत्र साधू खान के साथ मुस्लिम रिती रिवाजों से संपन्न हुआ था । उसके पास दो लडक़े एवं एक लडक़ी भी है । जबकि 1 लडक़े-लडक़ी का विवाह भी हो चुका है । उसका पति जो कि एक थ्री व्हीलक चालक है उसके साथ अक्सर मारपीट करता रहता था । बीती शाम भी उसके साथ मारपीट की और तीन तलाक बोलकर उसे घर से निकाल दिया । पीडि़ता किसी प्रकार बीती रात घर पंहुची ।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदुशानुसार पीडि़त महिला पक्ष किसी भी थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती है। जबकि उसे थाने में जाने की जरूरत भी नही है । थाने के साथ साथ महिला आयोग की टीम भी पीडि़त महिला का ब्यान दर्ज करेगी । मगर पुलिस थाना बराड़ा में शिकायत दर्ज न करने से एक बार तो पीडि़त पक्ष ने अपना विरोध जताया और अपनी गरीबी का हवाला दिया मगर थाना प्रभारी यशदीप के समझाने के बाद उसने बाद दोपहर बूडिय़ा थाना जगाधरी में अपना मामला दर्ज करवाया ।