ब्रिटेन ने भारत के कुशल कामगारों को वीजा देने से किया इंकार

खबरें अभी तक। ब्रिटेन में  2017 के बाद भारत के इंजीनियर, आईटी प्रोफेशनल, डॉक्टर और शिक्षक समेत 6080 कुशल कामगारों को वीजा देने से इंकार कर दिया है। इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि ब्रिटेन में वार्षिक रूप से वीजा की संख्या सीमित किए जाने से सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय हुए हैं।

कैंपेन फोर साइंस एंड इंजीनियरिंग ( सीएएसई ) को सूचना की आजादी (एफओआई) के जरिए ब्रिटेन के गृह विभाग से यह आंकड़ा मिला है। इसके जरिए ब्रिटेन की कंपनियों में यूरोपीय संघ के बाहर के कुशल पेशेवरों को लाए जाने पर सरकार की ओर से लगाई गई वार्षिक सीमा के कारण पैदा हुई समस्या के बारे में बताया गया है>

ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) के नए आंकड़ों के मुताबिक, यूरोपीय संघ के बाहर कुशल कामगारों के लिए सबसे ज्यादा (57 प्रतिशत) वीजा भारतीयों को दिया गया है। इससे पता चलता है कि सबसे ज्यादा चोट भारतीय कुशल कामगारों को ही पहुंची है।

हालांकि , यह नहीं पता कि दिसंबर 2017 और मार्च 2018 के बीच वीजा देने से मना किए गए 6080 कुशल कामगारों में कितने किस देश के थे। आंकड़ों से पता चलता है कि आधे से ज्यादा (3500) इंजीनियरिंग, आईटी, प्रौद्योगिकी, शिक्षण और चिकित्सा क्षेत्र से हैं।