स्थानीय निवासी के दिए हुए 1 कमरे में चल रहा आज भी ये स्कूल

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश- सलूणी के अंतर्गत आने वाला राजकीय प्राथमिक पाठशाला लुनेरा में कुल बच्चों की संख्या 40 के करीब है. यहां पर काफी दूर दराज से बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते है परंतु आज तक लुनेरा स्कूल की कोई भी बिलडिंग नहीं बनी है आज भी यह स्कूल स्थानीय निवासी के दिए हुए 1 कमरे में चल रहा है. इस स्कुल को सरकार द्वारा 2014 में चलाया गया था तब से लेकर आज तक यह स्कुल 1 कमरे में चल रहा है और बच्चों के लिए शौचालय भी नहीं बने है. बच्चो को खुले में शौच जाना पड़ता है, वहीं मिडडे मील का खाना बनाने के लिए एक रसोई घर है.

सरकारें जितनी भी बदलें लेकिन गरीबों और ग्रामीण लोगों के लिए इसका कोई फायदा नहीं है. एक सरकार स्कूल खोल जाती है तो दूसरी सरकार स्कूल बंद कर देती है जैसे हिमाचल में पहले कांग्रेस की सरकार थी जिसने हिमाचल में कई स्कूल अपग्रेड किए तो कई स्कूलों का निर्माण किया जहां पहले बच्चों को 15या 20 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता था वहां आज बच्चों को 3 या चार किलोमीटर पर शिक्षा मिल रही है वहीं दूसरी और बीजेपी सरकार अपग्रेड हुए स्कूलों में अध्यापकों की कमी को पूरा न करके स्कूलों को बंद करवा रही है. वहीं राजनितिक लोगों की वजह से कई बच्चों के भविष्य ख़राब हो रहे है.

वहीं दूसरी और स्थानीय निवासियों का कहना है कि लुनेरा स्कूल पिछले 4 सालों से 1 ही कमरे में चल रहा है और यह कमरा हमने स्कूल के लिए दिया था. हमने सोचा था कि कुछ दिनों के लिए हम कमरा  स्कूल के लिए दान कर देते हैं ताकि जब स्कूल की बिल्डिंग बन जाएगी तो उसके बाद यह कमरा खाली हो जाएगा. हालांकि अब तो हिमाचल प्रदेश और केंद्र में भी बीजेपी की सरकार है फिर भी स्कूलों का यह हाल हो रहा है लोगों की सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द लुनेरा स्कूल की बिलडिंग बनाई जाए.