स्कूली बच्चों को पाठशाला जाने के लिए करना पढ़ता है इतने किलोमीटर का सफर

खबरें अभी तक। सलूणी के अंतर्गत आने वाला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंजीर के स्कूली बच्चों को आज भी 10/ 15 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद बच्चे स्कूल में पहुंचते हैं कई सालों से NHPC की ओर से इन बच्चों के लिए स्कूली बस लगाई गई थी परंतु यह बस कई दिनों से तकनीकी खराबी की ओर से बंद की गई थी और NHPC विभाग ने कहा था कि यह बस हम लोग जल्द से जल्द बनवा कर चला देंगे परंतु अभी तक NHPC की ओर से बच्चों के लिए कोई भी बस नहीं चलाई गई है और बच्चों को आज भी 10/ 15 किलोमीटर दूर सफर तय करके स्कूल आना पड़ता है जिससे कभी बच्चे स्कूल के लिए लेट हो जाते हैं तो कभी बच्चों की स्कूल में अपसेंट डल जाती है जिससे बच्चों की पढ़ाई पर बहुत असर हो रहा है बच्चों की और ग्राम पंचायत प्रधान कि NHPC से मांग जल्द लगाई जाए मंजीर स्कूल के लिए NHPC की बस चलाई जाए।

वहीं दूसरी ओर स्कूली बच्चों का कहना है कि जब तक हमारे मां-बाप NHPC में सर्विस करते थे तब तक NHPC की ओर से हमारे लिए सारी फैसिलिटी दी जाती थी परंतु जब से हमारे मां-बाप NHPC से रिटायर हो गए हैं. तब से हमारे लिए सारी फैसिलिटी बंद कर दी है NHPC की ओर से हमारे स्कूल के लिए बस लगाई गई थी परंतु 9 महीने से यह बस नहीं आ रही है जिसके चलते हमें बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है हम लोग घर से सड़क तक 6 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद पहुंचते हैं जिसके बाद हम लोगों को सात-आठ  किलोमीटर पैदल सफर तय करने के बाद हम लोग स्कूल पहुंचते हैं कई बार हम लोग स्कूल के लिए लेट हो जाते हैं तो कई बार हम स्कूल पहुंचते ही नहीं जिसके चलते हमारी पढ़ाई पर बहुत असर पड़ रहा है इसलिए हम लोग सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द NHPC की ओर से हमारे लिए कोई बस लगाई जाए ताकि हमें परेशानियों का सामना ना करना पड़े क्योंकि इस NHPC के लिए हमारे पूरे बुजुर्गों ने अपनी कई जमीने बर्बाद कर दी और NHPC में कितने साल से सर्विस की तो इतने साल सर्विस करने का क्या फायदा।