मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनाक्रोश रैली

ख़बरें अभी तक। हमीरपुर- सीटू सहित करीब आधा दर्जन से अधिक संगठन मिलकर 23 मई को हमीरपुर में मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनाक्रोश रैली निकालेंगे. इनमें सीटू, किसान सभा, एसएफआई, भारत की नौजवान सभा, जनवादी महिला समिति सहित अन्य प्रगतिशील जनवादी संगठनों ने मिलकर जन एकता जन अधिकार आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया है. सीटू महासचिव एवं मजदूर नेता जोगिन्द्र ने कहा कि रोष रैली गांधी चौक पर होगी जिसमें हजारों की संख्या में लोग प्रदर्शन करेंगे.

सीटू मजदूर नेता जोगिंद्र ठाकुर ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की जनविरोधी नव उदारवादी नीतियों के खिलाफ समाज के हर वर्ग में रोष है. उन्होंने कहा कि बीते 4 साल में भाजपा की नीतियों से चुनिंदा पूंजीपतियों को ही फायदा पहुंचा है. दूसरी तरफ किसानों की आत्महत्या में 45 फीसदी वृद्धि हुई है. नोटबंदी, जीएसटी जैसे काम करके आम जनता पर इसका बोझ डाला है. सरकारी आंकड़ों की मानें तो अक्टूबर 2016 से अक्टूबर 2017 के बीच करीब 94 लाख के रोजगार छिन चुके हैं. देश में रेलवे, बीमा, बैंक, रक्षा उपकरण जैसे सरकारी स्वामित्व वाली संस्थाओं को प्राइवेट हाथों में सौंपा जा रहा है.

आंदोलन की मुख्य मुद्दों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, अत्याचारों पर रोक, मनरेगा को प्रदेश भर में लागू करो, साल में न्यूनतम 250 दिन का कामी, रूसा खत्म हो, उच्च शिक्षा में फीस वृद्धि और निजी स्कूलों की लूट बंद हो. गौरतलब है कि केन्द्र की मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर सीटू रोष रैली निकालेगी. क्योंकि सीटू का मानना है कि चार सालों में केवल महंगाई बढ़ी है और बेरोजगारी से भी देश की जनता जूझ रही.