खनन माफियाओं ने वनविभाग के अधिकारियों पर किया जानलेवा हमला

खबरें अभी तक। भले ही प्रदेश सरकार खनन माफियाओं पर लगाम लगाने के लाख दावे कर रही है। मगर खनन माफियाओं पर लगाम लगना तो दूर सरकारी कर्मचारी भी इन माफियों से सुरक्षित नहीं है। बालू माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद है कि अवैध बालू के परिवहन को रोकने गयी वन विभाग की टीम पर लाठी डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर घायल कर दिया गया। यहीं नहीं खौफ फैलाने के लिए जमकर फायरिंग भी की गई। वनविभाग की गाड़ी पर भी हमला कर तोड़-फोड़ कर दी और वनकर्मियों के नकदी भी लूट कर ले गए। घटना को अंजाम देकर सभी माफिया मौके से फरार हो गए। वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।

मामला महोबा के महोब कंठ थाना क्षेत्र के कोहनियां गांव का है । जहां वन विभाग की टीम जंगल मे रात्रि के समय बालू खनन की शिकायत पर सरकारी जीप से तीन सदस्यीय टीम के साथ चेकिंग करने निकली थी। तभी जंगल के समीप कोहनियां गांव की ओर से रात में अंधेरे का फायदा उठाकर बालू माफियाओं के अवैध असलहों से लैस संगठित गैंग ने फॉरेस्ट टीम को रोकते ही अंधाधुंध फायरिंग कर जानलेवा हमला बोल दिया। वनकर्मी मुस्ताक को पकड़कर माफियाओं ने जमकर मारपीट शुरू कर दी।

बालू माफियाओं के गिरोह से टीम के तमाम सदस्यों ने भागकर अपनी जान बचाई। बालू माफियों ने न केवल वनकर्मियों को मारा बल्कि सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। सभी दबंग हवाई फायरिंग कर वहां से फरार हो गए। बालू माफियां इस कदर दबंगई करते नजर आये कि लोग हैरत में पड़ गए है। डीएफओ ईश्वरदयाल ने बताया कि बालू माफिया परशुराम कुशवाहा और धन्नी कुशवाहा सहित 12 अज्ञात बालू माफियाओं के खिलाफ लिखित शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही कई स्थानों पर बालू को डम्प मिलने पर सीज किया गया है। वहीं वन अधिनियम की धारा 26 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

इस पुरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक वंशराज यादव ने बताया कि महोबकंठ थाना क्षेत्र में वन विभाग की टीम जंगल में अवैध बालू खनन की मुखबरी पर गयी हुई थी। तभी कुछ बालू माफियाओं ने उनकी टीम पर जानलेवा हमला कर दिया है । मामले को संज्ञान में लेते हुए वन कर्मियों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को लेकर दबिश दी जा रही है।