पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अनौपचारिक वार्ता के बाद की नाव की सवारी

खबरें अभी तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अनौपचारिक वार्ता के बाद सोमवार को बोचारेव क्रीक से ओलंपिक पार्क तक नाव की सवारी भी की। इस नौका विहार का मकसद यह था कि दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों पर कुछ और समय विचार-विमर्श कर सकें।

दरअसल, पुतिन के बोचारोव रुचेई आवास पर तीन घंटे से भी अधिक समय तक वार्ता के बाद भी दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक वार्ता जारी रही। इस बीच पुतिन ने मोदी को नौका विहार के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने अनुवादक की सहायता के बिना अंग्रेजी में बात की। दोपहर के भोजन के दौरान भी दोनों नेताओं की बातचीत जारी रही।

सिरिस एजुकेशनल सेंटर में छात्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उन्होंने एक अलग ही व्लादिमीर पुतिन को देखा जो राष्ट्रपति से अलग है, जो इस सेंटर के छात्रों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गया। इस दौरान मोदी पुतिन का हाथ पकड़े हुए थे और पुतिन मुस्करा रहे थे।

मोदी ने कहा कि वह अपने मित्र पुतिन के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने रूस के चमकीले सितारों से मिलने का मौका दिया। वहां मौजूद 700 से भी ज्यादा छात्रों से मोदी ने पूछा कि उनमें से कितने भारत की यात्रा करना चाहते हैं। इस पर सभी छात्रों ने हाथ उठा दिए। यह देखकर मोदी के चेहरे पर मुस्कराहट आ गई और उन्हें भारत आकर भारतीय छात्रों के साथ संवाद करने का न्यौता दिया है। साथ ही वादा किया कि भारत में वह भी उनके साथ समय बिताएंगे। बाद में छात्रों ने मोदी और पुतिन दोनों के ऑटोग्राफ भी लिए।