खबरें अभी तक। यूपी के बरेली में महिला जिला अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक महिला ऑटो में दर्द से चीखती रही पर डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा और महिला की ऑटो में ही डिलीवरी हो गई।
ऑटो में डिलीवरी की ये घटना बरेली के जिला महिला अस्पताल की है जहां इज़्ज़तनगर के पीरबहोड़ा निवासी नसीमुद्दीन की पत्नी को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई। नसीमुद्दीन ऑटो में अपनी पत्नी को लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचा। नसीमुद्दीन का आरोप है कि करीब एक घण्टे से उसकी पत्नी जिला महिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने ऑटो में प्रसव पीड़ा से चीख रही थी। लेकिन अस्पताल प्रशासन की तरफ से किसी ने सुध नहीं ली। जिस वजह से ऑटो में ही डिलीवरी हो गई। नसीमुद्दीन रिक्सा चालक है और वो अपनी पत्नी को प्राइवेट अस्पताल नहीं ले जा सकता। जिस वजह से वो उसे जिला अस्पताल लेकर गाया।
वहीं इस मामले में जिला अस्पताल की डॉक्टर और सीएमएस का कहना है कि नसीमुद्दीन झूठ बोल रहा है। उसे आये हुए अभी 5 मिनट ही हुए थे। सीएमएस तो मीडिया पर ही अपनी कमियों का ठीकरा फोड़ने लगी।
जिला अस्पताल में लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई आरोप लग चुके है। लेकिन हर बार जांच की दुहाई देकर मामला रफा दफा कर दिया जाता है।