श्रावस्ती की एंटी भू-माफिया स्क्वायड हुआ फेल

खबरें अभी तक। सरकार लाख दावे करे कि भू-माफियाओं पर सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन जब उन्ही के मातहत गरीबों के जमीन पर कब्जा करवाने में जुटे हुए हो, तो ऐसे में प्रशासन सत्ता के आगे बौना हो ही जाता है, लाख दावे किए जाए कि प्रशासनिक कामो में नेताओं का हस्तक्षेप नही है लेकिन ये कहना बेईमानी ही होगी। दरसल मामला श्रावस्ती जिले के सोनवा थाना क्षेत्र के तुलसीपुर चौराहे का है।

जहाँ पर रहने वाली “विधवा दलित महिला जनक दुलारी पत्नी छोटे लाल” के पुस्तैनी जमीन पर चौराहे के ही दबंग कब्जा कर मकान निर्माण करवा लिए हैं। विधवा महिला का आरोप है कि चौराहे के ही दबंग ननकये, राधे, राम सुमिरन ने जमीन पर कब्जा कर उसपर मकान का निर्माण करा लिया है और फर्जी तरीके से विधवा महिला की जमीन खुद स्टाम्प लिखकर बेच भी दिए।

दलित महिला ने बताया की पुलिस थाने से लेकर तहसील दिवस SDM-SP-DM तक न्याय के लिए वह दौड़ती रही, गुहार लगाती रही लेकिन हमें न्याय नही मिला।

वहीं जब इस मामले की जानकारी मिडिया को हुई तो मिडिया के हस्तक्षेप के बाद भी जिलाप्रशासन की कुम्भकर्णी नींद नही खुली, और न ही कोई अधिकारी अपनी जवाबदेही समझ रहा, वही दबंगो ने अधिकारियों की मिलीभगत से खुद तो जमीन कब्जा किया ही साथ ही साथ दूसरे लोगो को भी बेचकर पूरी मार्केट बना दी है, जबकि विधवा महिला खुद को असहाय और बेसहारा समझकर न्याय के लिए अधिकारियों दरवाजे के चक्कर लगा रही है।

अब सबसे बड़ा सवाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से ही है! कि आप के द्वारा जो एंटी भूमाफिया स्क्वायड बनाया गया है वह सिर्फ जुमलेबाजी ही है या गरीबो के हित के लिए इसे बनाया गया है?

अगर गरीबो के हित के लिए बनाया गया है, तो श्रावस्ती के भू माफियाओ पर आप कब कार्यवाही करेंगे?