सलूणी में 2 हप्ते से पानी की किल्लत, IPh विभाग की ओर से कोई समाधान नहीं

खबरें अभी तक। सलूणी iph विभाग के मंजीर गाँव हैं जहाँ पिछले 2 हप्ते से पानी नहीँ है लोगों को अपने लिए और माल मवेशियों को पानी पिलाने के लिए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है हालांकि इस गांव के लोगों ने कई बार iph विभाग को सूचित किया परंतु अभी तक IPh विभाग की ओर से कोई भी समाधान नहीं किया गया.

मंजीर एक ऐसा गांव है जहां पर पानी के कुदरती सोर्सेस नहीं है जिसके चलते लोगों को सिर्फ नलके से ही पानी पीने के लिए लेना पड़ता है और नलके से ही पानी माल मवेशियों को पिलाने के लिए लेना पड़ता है क्योंकि उनके पास और कोई चारा नहीं है जब नलके में ही पानी नहीं आएगा तो प्रधानमंत्री मोदी जी का स्वच्छता अभियान भी कहां सफल होगा क्योंकि जहां पानी नहीं है वहां शौच भी लोग खुले में ही करेंगे और यहां महिलाओं बच्चों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लोगों की प्रशासन से गुहार जल्द हो मंजीर में पानी की समस्या का हल

वहीँ दूसरी और लोगों का कहना हैं की हमारे गाँव में पिछले 2 हप्ते से पानी नहीं हैं इसके बारे में हमने कई बार प्रशासन को सूचित किया परंतु प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती. हमें बच्चों के कपड़े धोने बर्तन धोने और माल मवेशियों को पानी पिलाने के लिए बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हम में से कई गरीब घर के रहने वाले हैं जिन्होंने जैसे तैसे करके अपने घरों में शौचालय बनाए है. ताकि मोदी जी के स्वच्छता अभियान को सफल बना सके और जब हमने शौचालय बनाए तो हम लोग उन शौचालयों का उपयोग नहीं कर सकते हैं क्योंकि हमारे गांव में पानी पीने के लिए हि नहीं होता है तो शौचालय की बात तो दूर की है और साथ में  यह भी अभियान चला था कि जिसके घर में शौचालय नहीं होगा.

उसे डिपो का राशन नहीं मिलेगा इसलिए हमने दिहाड़ी लगाकर जैसे तैसे करके शौचालय बनाए परंतु हमारा इतना पैसा खर्च करने का कोई फायदा नहीं हुआ खासकर हमारे माल मवेशियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि हम लोग तो 1 दिन का 10 लीटर पानी उपयोग कर लेंगे परंतु माल मवेशियों को तो ज्यादा पानी की जरूरत होती है इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द हमारे गांव में पानी की समस्याओं को दूर किया जाए ताकि हमारे मालमवेशी प्यासे न मर जाये