मानसिक तनाव के चलते स्कुली बच्चों ने किया खुदखुशी का प्रयास

खबरें अभी तक। सोमवार को घोषित हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा के परीक्षा में असफल होने पर कैथल दो छात्रों ने जहर निगलकर आत्महत्या का करने की कोशिश की। जिसके चलते परिजनो ने शहर के निजी अस्पताल में पहुचाया जहां दोनों की हालत गंभीर होने के चलते आईसीयू में भर्ती किया गया हैं। वहीं बच्चों द्वारा आत्हत्या के प्रयास से परिजन सदमे में हैं और सरकार से अपील की है कि परीक्षा परिणाम को तनावपूर्ण ना बनाया जाए।

दसवीं कक्षा के छात्र तुषार के भाई विवेक ने बताया कि सोमवार को दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ था। जिसमें उसके छोटे भाई तुषार की दो विषयों में कंपार्टमेंट आई है। गणित व साईंस में फेल होने के कारण वह परेशान था। जिसके चलते उसने शाम के समय घर में जहरीला पदार्थ निगल लिया। जिसके चलते उसे अस्पताल लाया गया और अब ICU  में उसका ईलाज चल रह है और वहीं उन्होंने बताया की उनके पिता की बीमारी के कारण पांच साल पहले मौत हो गई थी। तुषार शहर के निजी स्कूल का छात्र बताया जा रहा है।

वहीं समीर के चाचा साहिल ने बताया कि समीर दसवीं कक्षा की परीक्षा में फेल हो गया और भारी तनाव के चलते उसने भी चूहे मारने की दवा निगल ली जिसके उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका ईलाज ICU में चल रहा है। उन्होंने बताया की समीर अपनी मां का इकलोता लड़का है। परीक्षा परिणामों के बाद से परेशान चल रहा था। उसके पिता की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। मां घरों में झाड़ू पौंच्छा करके समीर की पढाई पर खर्च करती है।

डा. राजेश ने बताया कि परीक्षा परिणाम के बाद तनाव में दोनों बच्चों ने जहर निगल लिया था। जिसके चलते बच्चो को ICU में भर्ती करवाया गया लेकिन अब बच्चों की हालत खत्तरे से बाहर है। उनका ईलाज किया जा रहा है।