सरस्वती नदी पुनरुत्थान से संबंधित दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर  

ख़बरें अभी तक। चंडीगढ़- पौराणिक सरस्वती नदी को राष्ट्रिय धरोहर बताते हुए हरियाणा की कला एवं सांस्कृतिक मामले में मंत्री कविता जैन ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार इस नदी के पुनरुत्थान के लिए एक मिशन मोड में कार्य कर रही है. इस दिशा में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी और भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य कर रही है.

बुधवार को पालीओ चैनल की जांच और सरस्वती नदी पुनरुत्थान और विरासत विकास परियोजनाओं से संबंधित जलविद्युत पहलुओं के अध्ययन के लिए दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए. कला एवं सांस्कृतिक मामले मंत्री कविता जैन की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हुए इस कार्यक्रम में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड, इसरो और एनआईएच को बधाई देते हुए कविता जैन ने उन्हें अपने उद्देश्यों को हासिल करने के लिए इन समझौता ज्ञापनों को एक मिशन के रूप में लेने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि सरस्वती नदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के राज्य सरकार के विजन को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय था कि हरियाणा में आदिबद्री इस नदी का केंद्र बिंदु है और प्राचीन काल में, हमारे वेदों की रचना इसी नदी के किनारे की गई थी. उन्होंने कहा कि हरियाणा से गुजरने के बाद सरस्वती नदी राजस्थान में जलमग्न हो गई. कविता जैन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सरस्वती नदी के पुनरुत्थान और पुनर्जीवन के लिए रूचि और उत्साह दिखाने तथा हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की स्थापना के लिए लिए आभार व्यक्त किया. घटते जलस्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में जब पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है, ऐसे में जल प्रबंधन और संतुलन जलाशयों के निर्माण के लिए हाइड्रोलिजकल विश्लेषण जैसे मुद्दों का विशेष महत्व है. उन्होंने अतिरिक्त बरसाती पानी के भंडारण और इसके उपयोग के लिए एक तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया.

हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), हैदराबाद के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की ओर से बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकांत वालगद ने और इसरो की ओर से राष्ट्रिय सुदूर संवेदी केंद्र, हैदराबाद के मुख्य महाप्रबंधक उदय राज ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, हरियाणा और राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान (एनआईएच) के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए. हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की ओर से बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकांत वालगद ने, सिंचाई और जल संसाधन विभाग, हरियाणा की ओर से मुख्य अभियंता जयदीप राव ने और एनआईएच, रुड़की की ओर से वैज्ञानिक डॉ. एमके गोयल ने हस्ताक्षर किए.