कुरुक्षेत्र में पीड़ित महिला को सरंक्षण देने के लिए बनेगा वन स्टाप सेंटर:अनिस

ख़बरें अभी तक। कुरुक्षेत्र में अतिरिक्त उपायुक्त अनिस यादव ने कहा कि कुरुक्षेत्र में किसी केस में पीड़ित महिला को 5 दिनों के लिए संरक्षण देने हेतू वन स्टाप सेंटर महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से बनाया जाएगा. इसके लिए हुडा की तरफ से जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी, हालांकि इस सेंटर के नए भवन बनने से पहले वैकल्पिक रुप से वन स्टाप सेंटर को पंचायत विभाग के बीडीपीओ कार्यालय थानेसर में स्थापित किया जाएगा.

अनिस यादव वीरवार को लघु सचिवालय एडीसी कार्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर जिला टास्क फोर्स की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की तरफ से प्रत्येक जिलास्तर पर पीड़ित महिला को 5 दिनों के लिए सरंक्षण देने के साथ-साथ घर जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वन स्टाप सेंटर स्थापित किए जाएंगे. इस सेंटर के लिए 300 स्कवेयर मीटर जगह हुडा विभाग की तरफ से उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव तैयार हुआ है.

जैसे ही सरकार की तरफ से इस प्रस्ताव पर मोहर लगेगी तो नए भवन का निर्माण शुरु किया जाएगा. उन्होंने बताया कि नए भवन के बनने से पहले बीडीपीओ कार्यालय थानेसर में वन स्टाप सेंटर के लिए 3 कमरे पंचायत विभाग की तरफ से उपलब्ध करवाए जाएंगे. यह सेंटर नियमानुसार सिविल अस्पताल के नजदीक रहेगा. इस सेंटर में महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से खाने-पीने, कपड़े सहित तमाम प्रकार की व्यवस्थाए करवाई जाएंगी. इस सेंटर पर निगरानी रखने के लिए कई अधिकारियों को लेकर एक कमेटी का भी गठन किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के लिए गांवस्तर पर 25 स्वयं सेवकों को लेकर एक कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी में 50 प्रतिशत महिला स्वयं सेवकों को भी शामिल किया जाएगा. इतना ही नहीं कमेटी के सभी सदस्यों को महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए जिला कुरुक्षेत्र में 1075 आंगनवाड़ी केन्द्रों में हस्ताक्षर अभियान भी शुरु किया जाएगा. प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र में 1 मीटर कपड़े पर हस्ताक्षर करवाए जाएंगे और इस कपड़े पर कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए शपथ भी अंकित की जाएगी. इस प्रकार 1100 मीटर कपड़े पर हस्ताक्षर होंगे जिसे बाद में एक साथ जोड़ दिया जाएगा.

एडीसी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जाएगा. सीएमओ डा. एसके नैन से मिली रिपोर्ट के अनुसार जिले में 60 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी है. इसलिए स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग संयुक्त रुप से आंगनवाड़ी केन्द्र स्तर पर जागरुकता अभियान चलाएगी और महिलाओं में खून की कमी को पूरा करने के लिए गोलियां भी वितरित की जाएगी. इतना ही नहीं इस अभियान को एक शैडयूल के अनुसार चलाया जाएगा. इस बैठक में शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग को यूटिलाईजेशन सर्टिफिकेट जमा करवाने, पीएनडीटी के तहत दर्ज 28 मामलों की समीक्षा, जिला टास्क फोर्स की कमेटी में 2 सामाजिक कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाने, स्कूल छोडऩे वाले बच्चों को पुन: स्कूल में दाखिला दिलवाने सहित अन्य एजेंडो पर चर्चा की. इस मीटिंग का संचालन पीओआईसीडीएस राजबाला कटारिया ने किया. इस मौके पर डीएसपी ट्रैफिक तान्या सिंह, डीडीपीओ कपिल शर्मा, डीईओ नमिता कौशिक, डिप्टी सीएमओ डा. आरके सहाय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.

बेटियों का नाम चमकेगा मेरिटोरियस बोर्ड पर

एडीसी ने कहा कि राज्य सरकार के आदेशानुसार लघु सचिवालय में एक मैरिटोरियस बोर्ड महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से लगाया जाएगा. इस बोर्ड पर इस वर्ष 10वीं व 12वीं में ब्लाकस्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाली बेटियों का नाम अंकित किया जाएगा. इतना ही नहीं मंगलवार को एडीसी स्वयं जिले में प्रथम आने बेटे और बेटियों से रुबरु होंगे.