बिजली विभाग की लापरवाही से हुई किसान की मौत

ख़बरें अभी तक। कौशांबी जिले में ट्रासफॉर्मर का फ्यूज़ जोड़ते समय किसान वीरेंद्र सिंह 1100 लाइन की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गया. परिवार के लोगों ने आनन-फानन में वीरेंद्र को इलाज़ के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने वीरेंद्र को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया है.

मंझनपुर तहसील क्षेत्र के अमीन का पुरवा गांव मे वीरेंद्र सिंह जो की पेशे से किसान है. वह अपने निजी नलकूप में लगे ट्रांसफॉर्मर का तार जोड़ रहे थे तभी करंट की चपेट में आ गए. जिससे उनकी मौत हो गई. परिजन का कहना है कि खेतो में पानी लगाना जरूरी था. ट्रासफॉर्मर की लाइट खराब थी जिसको लेकर कई बार लाइन मैन को बुलाने का प्रयास किया गया, लेकिन पैसो के लालच के चलते लाइन मैन नहीं आए. आरोप है कि लाइन मैन तार जोड़ने के बदले तीन सौ रुपये से पांच सौ तक लेते है और जो किसान पैसे नहीं देता उसको बहाना बना कर दौड़ाते रहते है.

यही कारण है कि वीरेंद्र सिंह किसान मजबूर हो कर खुद ही लाइन जोड़ने लगा. जिसके बाद यह हादसा हुआ. लाइन मैन पैसो की लालच में न आकर तार जोड़ देते तो शायद यह हादसा नहीं होता. वहीं विधुत एक्सईएन प्रदीप कुमार सोनकर का कहना है कि किसान खुद ही चलती लाइन में कटिया मार रहा था और 11 हज़ार लाइन की चपेट में आने से किसान की मौत हुई है.