बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सरकार के दावों की खुली पोल

खबरें अभी तक। बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सरकार तमाम वादे करती है। बेटियों के लिए कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। ताकि महिलाओं से जुड़े अपराधों में कमी आ सके। लेकिन सरकार के तमाम दावे जमीन पर आने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। ताजा मामला फतेहपुर के हथगांव थाने के पट्टी शाह गांव का है। जहां पिछले 15 दिनों से लापता एकलौती बेटी की तलाश में पिता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।

पीड़ित की माने तो उसकी बेटी को गायब हुए करीब 15 दिनों का वक्त बीत चुका है। पुलिस ने एक सप्ताह बाद मामले में एफआईआर तो दर्ज कर दी है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं किया। वहीं पीड़ित पिता ने अपनी एकलौती बेटी के अपरहण का भी आशंका जताई है और आरोप इलाके के दबंगों पर लगाया है।

पीड़ित की माने तो कार्रवाई करने पर जान तक से माने की धमकी दी जा रही है और पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। वहीं जब इस मामले में हमने पुलिस से बात करनी चाही तो बात करने से साफ मना कर दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्या ऐसे होगी बेटियों की सुरक्षा।