इस महान कलाकार ने 10 साल की उमर से ही तय कर लिया था सिनेमा का सफर

खबरें अभी तक। आज हम बात करेंगें, Bollywood के The Greatest Show Man और हिन्दी Cinema के Charlie Chaplin के बारे में वो एक actor भी रहे, producer भी और director भी.  उन्हें Indian Cinema से तो प्यार मिला ही, पर साथ ही उन्हें Africa, Turkey और China से भी काफी प्यार और सम्मान मिला.

अपने बचपन के actor बनने के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जी-जान से मेहनत की और 10 साल की उर्म से ही फिल्मों में दिखना शुरू कर दिया.  As a child artist, उन्की पहली फिल्म ‘Inquilab’ रही जो की, 1935 (पैंतिस) में रिलीज हुई. 12 साल तक उन्होंने हर छोटी-बड़ी फिल्म में अपना हाथ आज़माया. फिर 1947 (सैंतालिस) में उन्हें एक बड़ा ब्रेक मिला फिल्म‘Neel Kamal’से, जिसमें उनके साथ मधूबाला ने स्टार किया.

यहां तक आते-2 राज कपूर जी का खुद की एक प्रोडक्शन कंपनी खोलने का मन कर आया, और देखते ही देखते उन्होंने 24 साल की उर्म में R. K. Films के नाम से अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोली. कंपनी तो खोल ली थी पर फिल्म बनाने के पैसे नहीं थे. किसी तरह दोस्तों-मितरों से पैसे उथार ले कर कपूर साहब ने 1948 (अड़तालिस) में अपनी पहली फिल्म बनाई‘Aag’, लेकिन अफसोस ये फिल्म successful नहीं रह पाइ.

अगला ही साल, यानी 1949 (उन्नचास) कहा जा सकता है कि उनके लिए काफी लक्की रहा क्योंकि इसी साल उन्हें अपनी ज़िंदगी की सबसे बड़ी फिल्म offer huyi ‘Andaz’ जिसमें उनकी acting को बहुत ही सराहा गया और इसी साल as a producer, director और star उनकी फिल्म ‘Barsaat’ भी एक काफी बड़ी हिट रही.

राज जी की सभी फिल्मों में audience के लिए हमेशा ही एक strong message रहा. ‘Boot Polish’ और ‘Ab Dilli Door Nahin’ दोनों ही hit social films रही. साथ ही, उन्होंने हमें ‘Awara’, ‘Shree 420’, ‘Jagte raho’, ‘Jis desh mein ganga behti h’ जेसी कई यादगार फिल्में दी.. और अगर वहीं हम राज जी की acting की बात करें तो, उन्होंने इस Field में भी बहुत नाम कमाया.. ‘Anhonee’, ‘Aah’, ‘Chori Chori’, ‘Anari’, ‘Chhalia’, और ‘Dil Hi To Hai’ जेसी कई फिल्मों में हमें राज जी की बेहतरीन acting देखने को मिली.

Bollywood की सिर्फ दो ही फिल्में ऐसी रही, ‘Sangam’ और ‘Mera Naam Joker’, जिन में 2 intervals है. और इत्तेफाक से इन दोनों ही फिल्मों में राज कपूर साहब का role रहा.. ‘Mera Naam Joker’ को राज जी ने ही produce, direct और उस में act किया.. इस फिल्म को बनाने में 6 साल तो लगे, लेकिन अफसोस राज जी की मेहनत रंग नहीं ला पाइ.. उन्हें इस फिल्म से success तो दूर की बात, बल्की financial crises को भी face करना पड़ा..

राज कपूर साहब को 3 National Awards और 11 Filmfare trophies तो मिली ही, पर साथ ही उन्हें 1971 (इक्कतर) में Padma Bhushan और Dadasaheb Phalke award से भी नवाज़ा गया. लेकिन शायद, कहा जा सकता है कि, Dadasaheb Phalke award उनके लिए इतना lucky नहीं रहा क्योंकि जिस दिन उन्हें इस award से नवाज़ा जाना था, उसी दिन उनकी सेहत इतनी खराब हो चुकि थी कि, उन्हें admit करवाना पड़ा. और पूरा एक महीना उन्होंने मोत से लड़ाई की, और आखिर कार, उन्होंने हम सभी का साथ 1988 (अठासी) में छोड़ दिया. जब वो गुज़रे तो, film ‘Heena’ कि shooting चल रही थी, जिसे बाध में उनके बेटे Randhir and Rishi Kapoor ने पूरा किया.

लगभग 50 साल के अपने इस carrier में राज कपूर साहब ने अपने आप को कभी टूटने नहीं दिया, उन्होंने हर मुशकिल छड़ी को हंस कर अपनाया. और शायद इसलिए उन्होंने हर कठिन समय को भी अपनी कमज़ोरी नहीं, बल्की ताकत बना लिया.