ग्रामिणों ने लगाए सरपंच पर विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप

खबरें अभी तक। गांव सिंबलवाला के ग्रामिणों ने गांव की महिला सरपंच पर गांव में हो रहे विकास कार्यों में अधिकारियों के साथ मिलकर भारी गोलमाल करने के आरोप लगाए हैं। ग्रामिणों की माने तो महिला सरपंच का पति व ससुर पंचायत सचिव से मिलीभगत कर विकास कार्यों के दौरान सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव में पशुओं का अस्पताल का निमार्ण होना है। गांव को पशु अस्पताल से जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा सड़क का निमार्ण करवाया जा रहा है। जिस पर डलने वाली सामग्री न्यूनतम स्तर की डाली जा रही है। वहीं विभाग द्वारा निर्धारित सामग्री की जगह मिटी डालकर खानापुर्ती की जा रही है। ग्रामिणों ने उच्चधिकारियों द्वारा जांच करवाए जाने की बात कही है। मामला जब मीडिया के पास पंहुचा तो अब अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है। इस मामले को लेकर बीडीपीओ के पास हमारी टीम पंहुची तो बीडीपीओ न तो सड़क बनाने की कुल राशि बता पाए न ही इसकी गाईडलाईन के बारे में कोई जानकारी दे पाएं।

ग्रामीण जसवंत सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा गांव में सड़क निमार्ण करवाया जा रहा है। इस पर न तो पुर्ण रूप से रोड़ा डाला जा रहा है न इसे दबाने के लिए रोडरोलर का प्रयोग किया जा रहा है। इस बारे में उन्होंने सरपंच को कहा तो महिला सरपंच का पति व ससुर उन्हे धमकाने लगे कि हम तो ऐसे ही बनाएगें तुम से जो बनता है कर लो इस बारे में हमने ग्राम सचिव को भी कहा। परंतु वह भी सरपंच के साथ मिला हुआ है। हम उच्चधिकारियों इस कार्य की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।

ग्रामीण बहादर सिंह ने बताया कि गांव में जो की काम हो रहे है गलत हो रहे सभी कामों की जांच होनी चाहिए। गांव में अन्य कामों के अलावा यह सड़क बनाई जा रही है। इस पर घटिया समाग्री के अलावा सड़क निमार्ण में प्रयोग होने वाली सामग्री के मापदंडों के अनुसार कम डाली जा रही है। महिला सरपंच के परिजन ग्राम सचिव से साठंगाठं कर भ्रष्टाचार करने का प्रयास कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।

इस बारे में बीडीपीओ नरेंद्र कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच को लेकर जेई की डयूटी लगाई गई है वो मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होने कहा कि इस दौरान जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि मामला जब मीडिया की नजर में आया तो कार्रवाई व जांच की बात विभाग कर रहा है। उससे पहले जांच व कार्रवाई क्यों नहीं की गई है।