मुआवजा दिलाने के नाम पर फर्जी तौर पर करवाए हस्ताक्षर

ख़बरें अभी तक। चरखी दादरी : गांव कमोद के दलित वर्ग के दर्जनों लोग और मौजिज ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय में पहुंच कुछ लोगों पर धोखाधड़ी कर सोसायटी की जमीन बिक्री करने का आरोप लगाया. पीड़ितों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर उक्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

पीडि़तों ने बताया कि उनकी जमीन का मुआवजा दिलाने के नाम पर तीन लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी तौर पर फोटो, हस्ताक्षर इत्यादि करवा कर किसी और के नाम रजिस्ट्री करवा दी. धोखाधड़ी कर जमीन हड़पने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. उपायुक्त दरबार में शिकायत लेकर आए नवीन कुमार, मनोज, थावर सिंह, आजाद सिह, ईश्वर, रमेश कुमार, कुलदीप, राजेश, कांता देवी, उर्मिला, सरोज, रमन, पूनम, सुदेश, कोशल्या, ललिता, राजवंती, बाला देवी इत्यादि ने बताया कि कई सालों से वे सरकार की ओर से दी गई हरिजन सोसायटी की जमीन पर खेतीबाड़ी कर अपना गुजर-बसर करते आए है.

दर्जनों परिवारों की आजीविका इस जमीन पर निर्भर है. इस जमीन से ड्रेन निकाली गई थी, जिसका मुआवजा उन्हें मिलना था. इस दौरान तीन लोगों ने उन्हें अपने झांसे में लिया कि मुआवजा आया हुआ है. उन्हें पता चला कि उक्त तीनों लोगों ने धोखाधड़ी कर उनके फोटो व हस्ताक्षर करवा कर उक्त जमीन को किसी और के नाम करवा दिया है. पीड़ित परिवारों को  उपायुक्त ने भरोसा दिया कि मामले की जांच करवाई जाएगी. धोखाधड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.