शिमला: पहाड़ों की हवाओं पर मैदानी धुल मिट्टी का पहरा

ख़बरें अभी तक। शिमला:  बादलों की लुकाछिपी के बीच शिमला की पहाड़िया भी धुंध से ढक गई है. जिस कारण उमस बढ़ने से लोग परेशान है. शिमला में ह्यूमिडिटी बढ़ने से चिप चिपी गर्मी और उमस बढ़ा दी है. मौसम विभाग का कहना है कि तापमान पर नियंत्रण का काम ह्यूमिडिटी (आर्द्रता) करती है, लेकिन इससे मिनिमम टेंपरेचर अपने आप बढ़ता जाता है.

इसके असर से वातावरण में धुंध पड़ने के साथ उमस बढ़ जाती है और लोग गर्मी से तड़ फड़ाने लगते हैं और घुटन और बेचैनी आम जन-जीवन पर तापमान बढ़ने और हवा की कमी के चलते घुटन भरा माहौल तैयार हो जाता है.शिमला में ह्यूमिडिटी बढ़ने का असर वातावरण में उमस और घुटन के तौर पर दिख रहा है. धूप से बचने के लिए लोग सिर ढंक कर और गॉगल लगाकर निकल रहे हैं, लेकिन उमस की तड़फड़ाहट से लोगो को सांस लेने में भी दिकत का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने आने वाले एक दो दिन में हलकी बारिश की सम्भाना जताई जा रही है.