गेंद से छेड़छाड़ के चलते वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच दूसरा टेस्ट मैच बीच में लटका

खबरें अभी तक। श्रीलंका और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन श्रीलंकाई टीम ने मैच में वापसी की है। पहली पारी में 253 रन बनाने के बाद श्रीलंकाई गेंदबाज़ों ने वेस्टइंडीज़ की टीम 300 रनों पर समेट दिया। जिसके बाद उन्होंने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट के नुकसान पर 34 रन बना लिए हैं।

लेकिन तीसरे दिन एक वक्त पर गेंद से छेड़छाड़ से जुड़े विवाद के कारण वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच दूसरा टेस्ट मैच अधर में लटक गया था।

अंपायरों की गेंद बदलने की मांग से नाराज श्रीलंका ने खेल के तीसरे दिन यहां मैदान पर उतरने से इन्कार कर दिया लेकिन आखिर में निर्धारित समय से दो घंटे बाद खेल शुरू हो पाया।

अंपायर अलीम डार और इयान गोल्ड उस गेंद की स्थिति से संतुष्ट नहीं थे जिसका उपयोग दूसरे दिन के खेल के आखिर में किया गया था। श्रीलंकाई टीम से कहा गया कि वे उसी गेंद से खेल आगे शुरू नहीं कर सकते।

इसके बाद श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चंदीमल की अगुवाई में टीम ने मैदान पर उतरने से इन्कार कर दिया। वेस्टइंडीज को श्रीलंका के 253 रन के जवाब में अपनी पहली पारी दो विकेट पर 118 रन से आगे बढ़ानी थी।

मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ, श्रीलंकाई कोच चंडिका हथुरासिंघे और टीम मैनेजर असांका गुरूसिंघा के बीच बातचीत हुई। एक समय दिन के खेल और यहां तक कि पूरे मैच को लेकर आशंका बन गयी थी।

बातचीत के बाद हालांकि श्रीलंकाई गेंद बदलने और आगे खेलने के लिये तैयार हो गये हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि वे गेंद से छेड़छाड़ के किसी आरोप का विरोध करेंगे।

यही नहीं वेस्टइंडीज के स्कोर में पांच पेनल्टी रन भी जोड़ लिये गये।

बीच में एक समय लग रहा था कि समस्या सुलझा ली गयी है और निश्चित समय से डेढ़ घंटे बाद डेरेन सैमी स्टेडियम में खेल शुरू हो जाएगा क्योंकि श्रीलंकाई टीम मैदान पर उतर गयी थी।

इसके बाद हालांकि अंपायरों के साथ आगे चर्चा हुई और श्रीलंकाई टीम वापस ड्रेसिंग रूम में लौट गयी। इसके बाद फिर से बातचीत शुरू हुई। इस बीच वेस्टइंडीज के टीम मैनेजर रॉल लुईस , कोच स्टुअर्ट लॉ और कप्तान जैसन होल्डर पूरी स्थिति से परेशान दिखे और उन्होंने मैच रेफरी से स्पष्टीकरण भी चाहा।

इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल एक बार टीम के मैदान पर उतरने से इन्कार करने के बाद मैच आगे नहीं खेला गया था। पाकिस्तान पर 2006 में ओवल में अंपायर बिली डाक्ट्रोव और डेरेल हेयर ने गेंद से छेड़छाड़ के लिये पांच पेनल्टी रन का जुर्माना लगाया था।