श्रीखंड महादेव यात्रा का जारी हुआ शेडयूल जाने से पहले रखें ध्यान इन खास बातों का

ख़बरें अभी तक : हिमालय की गोद में विराजमान श्रीखंड महादेव की यात्रा 15 से 31 जुलाई तक होगी। हर यात्री का पंजीकरण बैस कैंप सिंघगाड़ में किया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं का मेडिकल चेकअप किया जाएगा। यात्री को इस साल 150 रुपये पंजीकरण फीस देनी होगी | श्रीखंड यात्रा में कुनशा में विशेष बेस कैंप लगेगा, जहां पर बीमार और घायल यात्रियों का इलाज किया जाएगा।

श्रीखंड महादेव के दर्शन करना आसान नहीं है। यह जिला कुल्लू के आनी में है लेकिन निरमंड से होकर ही यहां पहुंचा जा सकता है। यहां पहुंचने के लिये पैदल ही चलना पड़ता है। निरमंड से श्रीखंड यात्रा के लिए 25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई श्रद्धालुओं के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होती है। कई बार तो इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत भी हो चुकी है। आमतौर पर कैलाश मानसरोवर की यात्रा सबसे कठिन व दुर्गम धार्मिक यात्रा मानी जाती है। उसके बाद किसी का नंबर आता है तो वो है अमरनाथ यात्रा, लेकिन हिमाचल प्रदेश के श्रीखंड महादेव की यात्रा अमरनाथ यात्रा से भी ज्यादा कठिन है। अमरनाथ यात्रा में जहां लोगों को करीब 14000 फीट की चढ़ाई करनी पड़ती है तो श्रीखंड महादेव के दर्शन के लिए 18570 फीट की ऊचाई पर चढ़ना होता है और यहां पहुंचने का रास्ता भी बेहद खतरनाक है। अमरनाथ से भी कठिन श्री खंड महादेव की इस यात्रा में रूह कांप जाती है।

इस साल श्रीखंड महादेव यात्रा के हर पड़ाव पर अस्थायी शौचालय बनाए जाएंगे। पीने के पानी की व्यवस्था होगी। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु बनाने पर भी चर्चा की गई। श्रीखंड महादेव यात्रा की तैयारियों को लेकर अगली बैठक उपायुक्त कुल्लू के साथ जल्द होगी।एसडीएम चेत सिंह ने कहा कि श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए अतिरिक्त बसों की मांग की गई है। सिंचाई विभाग के अधिकारी कैलाश भारद्वाज ने बताया की थाचडू कालीघाटी यात्रा पर पीने के पानी के सभी स्रोत सूख चुके हैं। इसलिए इस बार श्रीखंड यात्रा में पीने के पानी की भारी कमी हो सकती हैं। श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा में इस बार यात्रियों का पंजीकरण जरूरी होगा पंजीकरण पर श्रीखंड स्मारिका भी दी जाएगी।

श्रीखंड यात्रा पर यात्रियों के लिए हर साल की तरह लंगर लगाए जाएंगे। इसके अलावा टेंट लगाने वाले चाय, खाना, नाश्ता तय कीमत पर देंगे। श्रीखंड महादेव यात्रा में बीएसएनएल, जियो के टावर पूरा सिग्नल उपलब्ध करवाएंगे। श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा में सरकारी एवं निजी संस्था के मजदूर और कर्मचारी को बूरसाती, जूते, टॉर्च, सेफ्टी किट दी जाएगी।श्रीखंड यात्रा के 32 किलोमीटर लंबे पैदल कठिन रास्ते को ठीक करने के आदेश जारी किए गए जानकारी के अनुसार थाचडू कालीघाटी के साथ भूस्खलन से पैदल रास्ते खराब है। इन्हें समय रहते ठीक किया जाएगा ।

18 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड यात्रा के दौरान सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की भी कमी पडती है। श्रीखंड जाते समय करीब एक दर्जन धार्मिक स्थल व देव शिलाएं हैं। श्रीखंड में भगवान शिव का शिवलिंग हैं। श्रीखंड से करीब 50 मीटर पहले पार्वती, गणेश व कार्तिक स्वामी की प्रतिमाएं भी हैं। श्रीखंड महादेव हिमाचल के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क से सटा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस चोटी पर भगवान शिव का वास है। इसके शिवलिंग की ऊंचाई 72 फीट है। यहां तक पहुंचने के लिए सुंदर घाटियों के बीच से एक ट्रैक है।