कुछ तो शर्म करो, ना लूटो यूं मासूम बच्चियों की आबरु

ख़बरें अभी तक। देश में रेप को लेकर जितने ज्यादा कानून बनाए जा रहे है, उतना ही ज्यादा लोग रेप जैसी घटनाओं को लगातार अंजाम दे रहे है. इस तरह के लोगों में कानून का कोई खौफ नहीं है. खौफ हो भी क्यों जब हमारी देश की सरकार आज तक इसके लिए ठोस कदम नहीं उठा पाई है बस कानून बना दिए गए है, लेकिन ऐसे लोगों पर कोई सख्ती से कार्रवाई नहीं हो रही है, जिससे ऐसे घटिया लोगों की हिम्मत बड़ती जा रही है. पूरी दुनिया में रेप के 99 प्रतिशत मामले रोज आते है जिसमें 90 प्रतिशत नाबालिक लड़कियों से रेप की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. कहीं पर बच्चियों के साथ गैंगरेप जैसी वारदाताओं को अंजाम दिया जाता है तो कहीं पर बच्चियों को रेप करने के बाद मार दिया जाता है तो कहीं पर बच्चियों को धमकी देकर सालो तक उनका शोषण किया जाता है, तीन महीने तक की बच्चियों को ऐसे दंरिदें बख्शे तक नहीं है, जिसे देखकर खुद पर शर्म आती है हम कैसे देश में रह रहे है जहां बच्चियां ना मां के पेट में सुरक्षित है ना दुनिया में आने के बाद, इस तरह की घटनाएं कब तक बंद होगी कब तक यूं ही नाबालिक लड़कियों की इज्जत को तार-तार किया जाएगा इस सवाल का जवाब आज की सरकार के पास नहीं है क्योंकि सरकार खुद ऐसे कारनामों में लिप्त होती है तो इन बच्चियों की रक्षा कैसे होगी.

मामला बुलंदशहर का है जहां एक 15 वर्षीय नाबालिक किशोरी अपने मामा के घर सगाई में आई हुई थी. जहां 7 दबंगो ने नाबालिक को जबरन घर से खेत में ले जाकर गैंगरेप जैसी घिनौनी करतूत को अंजाम दिया. वहीं पीड़िता द्वारा बचाव करने पर दबंगो ने पीड़िता को वीडियो सोशल मिडिया में वायरल करने की धमकी दी. वहीं पीड़िता के परिजनों को बताने पर परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी और मामला दर्ज किया गया और पीड़िता को जिला अस्पताल में मेडिकल परिक्षण के लिए भेजा गया है. वहीं इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. बेटियां जाए तो कहां जाएं आजकल बेटियां ना घर में सुरक्षित है ना बाहर. कब ऐसे लोगों पर सरकार लगाम कसेगी कब हमारी बेटियां चैन से सांस ले पाएगी, अब देखना यह है कि ऐसे मामलो पर कब सरकार लगाम लगा पाएगी.