देश उठा रहा है सेल्फी का घाटा, तेल के बाद इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों ने ली जगह

खबरें अभी तक। आजकल के दौर में हम सभी को अपने स्मार्टफोन के कैमरे से सेल्फी लेने का नया ट्रैंड चल रखा है खासकर बात की जाए युवाओं की तो उनमें सेल्‍फी लेने का शौक जगजाहिर है। युवा सेल्‍फी लेने और सोशल मीडिया से जुड़ने के लिए महंगे से महंगे स्‍मार्टफोन का इस्‍तेमाल करते हैं। इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों की खरीदारी की कीमत देश को चुकानी पड़ रही है।

तेल के बाद भारत को सबसे ज्‍यादा व्‍यापार घाटा इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों के कारण हो रहा है। यह घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे पहले तेल के बाद सबसे ज्‍यादा खरीदारी सोने की होती थी, लेकिन सोने को पीछे छोड़ते हुए इलेक्‍ट्रॉनिक सामान दूसरे नंबर पर आ गया है। इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों के अन्‍तर्गत सबसे ज्‍यादा स्‍मार्टफान की खरीदारी होती है। टीवी, फ्रिज और अन्‍य सामान भी इलेक्‍टानिक सामानों के अंतर्गत आते हैं।

कोटक महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्‍टर उदय कोटक ने ट्वीट किया है कि भारत को चालू खाते में सिर्फ तेल से ही नहीं बल्कि, इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों से चुनौती मिल रही है। उन्‍होंने कहा कि सोने का आयात तीसरे नंबर पर चला गया है, लेकिन पिछले पांच साल में इलेक्‍ट्रॉनिक सामानों का आयात दोगुना हो गया है।

किसी देश के निर्यात के बदले जितना ज्यादा आयात होता है उस देश का व्‍यापार घाटा उतना ही ज्यादा होता है। यानि निर्यात और आयात के बीच जो ऋणात्मक अंतर होता है उसे ही व्यापार घाटा कहा जाता है। रुपये के लिए यह बुरी खबर है, जिसकी कीमत पहले ही महंगे तेल आयात के कारण घट रही है। पूर्वानुमान लगाया गया है कि वर्तमान में सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) के चालू खाते का घाटा 1.9 फीसदी से बढ़कर मार्च 2019 तक 2.3 फीसदी हो जाएगा।