गगल और भुंतर एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, मुख्य सचिव रामसुभग सिंह दिल्ली पहुंचे

खबरें अभी तक। हिमाचल सरकार प्रदेश की की हवाई पट्टियों पर बड़े जहाज उतारने की तैयारी में है। गगल और  भुंतर एयरपोर्ट पर एटीआर-72 उतारने की संभावनाओं के लिए राज्य सरकार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। प्रदेश सरकार दोनों हवाई पट्टियों के विस्तारीकरण और पर्याप्त जमीन देने को तैयार हो गई है। इस मसले पर राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह शनिवार को दिल्ली पहुंचे गए हैं।

राज्य को केंद्र से मिली 50 करोड़ की ‘प्रसाद’ योजना की प्रेजेंटेशन के बाद रामसुभग सिंह उड्डयन मंत्रालय से हिमाचल में बड़े जहाजों की लैंडिंग पर चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि सियासी अड़चनों के चलते प्रदेश की तीनों हवाई पट्टियों शिमला, धर्मशाला और कुल्लू का विस्तारीकरण लटका है। इस कारण राज्य में बड़े जहाजों की लैंडिंग का सपना अभी तक साकार नहीं हो पाया है।

गगल हवाई अड्डे पर एटीआर-72 की लैंडिंग का प्रस्ताव पिछले डेढ़ दशक से लालफीताशाही का शिकार है। विस्थापन तथा जमीन के अन्य मसलों के कारण पिछली तीन सरकारें अपनी इच्छाशक्ति दिखाने में असफल रही हैं। भुंतर हवाई पट्टी का विस्तारीकरण भी सियासत का शिकार है। बहरहाल, जयराम सरकार ने पर्यटन को पंख लगाने के लिए कई साहसिक फैसले लिए हैं। इसी कड़ी में बड़ी जहाजों की लैंडिंग का प्रस्ताव भेजा गया है।